जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल में हजारों लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान जिले के 16 प्रखंडों से हजारों लोग आए। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर नवगछिया अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों में आयोजित कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। प्रशांत किशोर के स्वागत में सड़कों पर भारी संख्या में वाहनों की लंबी कतार दिखी। भागलपुर की धरती पर प्रशांत किशोर का फूलों की माला और ढोल-बाजे के साथ “जय बिहार जय जय बिहार” नारों के साथ भव्य स्वागत किया गया।
वहीं नवगछिया अनुमंडल के पीके यूथ क्लब के युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में बाइक रैली निकाली। इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू-नीतीश के इस राज्य में स्कूलों में खिचड़ी बंट रही है और कॉलेज में डिग्री, पढ़ाई दोनों जगहों में कहीं नहीं हो रही है। जब आपका बच्चा पढ़ेगा ही नहीं तो चाहे लालू बन जाए कि मोदी बन जाए चाहे तेजस्वी बन जाए कि नीतीश बन जाए आपके अनपढ़ बच्चों को कोई भी कलेक्टर नहीं बना सकता। इस बात को पहले आप समझिए अपने बच्चों का ठिकाना ही नहीं है, सब लोग देश को विश्व गुरु बनाने चले हैं। सब बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं लोग ये बात नहीं कर रहे हैं कि हमारा बच्चा पढ़ेगा या नहीं।
‘राजद को नहीं मिला है जनादेश… चोर दरवाजे से सत्ता में वापस आने की कर रहा है कोशिश’
प्रशांत किशोर ने बिहार में किसानों की बदहाली पर कहा कि खेती से आपका जीवन क्यों नहीं सुधरा। यही खेती करके हरियाणा और पंजाब के लोग राजा हो गए। बिहार में खेती से लोगों का जीवन क्यों नहीं सुधरा यह इसलिए कि समाजवाद की इस जमीन पर 100 में से 60 लोगों के पास बिहार में एक धुर जमीन भी नहीं है। यह आंकड़ा याद रखिए यहां गरीब की बात हुई सामाजिक न्याय की चर्चा हुई लेकिन भूमि सुधार लागू नहीं किया गया। बिहार में 100 में 60 लोगों के पास जमीन है ही नहीं। जिनके पास जमीन है ही नहीं, वो खेती करेंगे कैसे 40 लोग जो बच गए, जिनके पास जमीन है उस 40 में से 35 लोग ऐसे हैं जिनके पास दो बीघा से कम जमीन है।