औरंगाबाद शहर में साइबर थाना की पुलिस ने एटीएम धोखाधड़ी करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी की गई नकदी, मोबाइल, एटीएम कार्ड और वारदात करने के उपकरण बरामद हुए हैं.
गिरफ्तार हुए आरोपी
पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें दीपक सिंह (बाजोल गांव, गया), अभिषेक राज (बाजोल गांव, गया, रामानुज सिंह का बेटा), चंदन कुमार (सत्येंद्र प्रसाद यादव का बेटा, महुगाईं) और देवनंदन कुमार (भूषण सिंह का बेटा, बदनुआ गांव) शामिल हैं.
कैसे हुआ गिरफ्तार
कुछ दिनों से पुलिस को जिले में एटीएम मशीनों से धोखाधड़ी से पैसे निकाले जाने की शिकायतें मिल रही थीं. 16 जून को पुलिस को सूचना मिली कि बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में एक एटीएम कार्ड फंसा हुआ है. मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला और जिस गाड़ी में संदिग्ध लोग सवार थे, उसकी पहचान कर ली. गाड़ी को रोककर तलाशी ली गई और उसमें सवार सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि ये लोग पहले भी समस्तीपुर में एटीएम धोखाधड़ी के जुर्म में जेल जा चुके हैं.
एटीएम धोखाधड़ी का तरीका
यह गिरोह एटीएम मशीनों में फेवीक्विक लगा देता था, जिससे लोगों का कार्ड फंस जाता था. जब कोई ग्राहक मदद के लिए बैंक कर्मचारी से संपर्क करता था, तो ये शातिर खुद को बैंक कर्मचारी बताकर उसका कार्ड का पिन निकाल लेते थे. इसके बाद वे फंसे हुए कार्ड को निकालकर उससे पैसे निकाल लेते थे.
बैंक कर्मचारी भी बना शिकार
इस गिरोह का शिकार बैंक ऑफ बड़ौदा का एक कर्मचारी प्रवीण कुमार सिंह भी बन चुका था. दरअसल, यही बदमाश उसके घर से लाखों रुपये का सामान चुरा कर ले गए थे.
पुलिस की अपील
पुलिस लोगों से एटीएम का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने की अपील कर रही है. साथ ही किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना पिन या ओटीपी शेयर न करने की सलाह दे रही है. अगर आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.