बिहार के वैशाली जिला (Vaishali District) से एक वाक्या सामने आया है। जहां पुलिसवाले की होशियारी काम नहीं आई और थानेदार साहब की होशियारी आफत बन कर सर पर आ गई है। नए नए थानेदार बने थें लेकिन शायद थानेदारी के गुण सीखने में पीछे रह गए। धंधेबाजों से साठगांठ और उगाही का आरोप लगा तो खुलासा हुआ की थानेदार साहब उगाही के पैसे अपने Diigial Account PayPhone से लेते थें।
बातचीत के लिए WhatsApp Calling
पूरा मामला वैशाली जिले के करताहा का है जहां थाने के SHO गौरव श्रीवास्तव को उगाही और रिश्वत लेने के मामले में निलंबित किया गया है। दरअसल करताहा थाना क्षेत्र के एक फरियादी ने पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास थानेदार की शिकायत की थी। शिकायत में फरियादी ने बताया कि थानेदार उससे जबरन उगाही का दबाब बना रहे हैं। जिले के SP से लेकर DGP को लिखे अपने आवेदन में करताहा थाने के धनुषी के रहने वाले बिट्टू ने आरोप लगाया था की जमीन के एक सौदे में थानेदार साहब अपनी हिस्सेदारी मांग रहे थें।
थानेदार के दबिश से परेशान उस व्यक्ति ने थानेदार के गूगल अकाउंट पर कुछ पैसे ट्रांसफर भी किया लेकिन थानेदार साहब पुरे पैसे के लिए लगातार उसे परेशान और धमकाते रहे। उगाही के अपने शातिर खेल के लिए थानेदार गौरव श्रीवास्तव बेहद शातिर तरीके से काम कर रहे थें । SHO गौरव श्रीवास्तव पर आरोप लगाया गया है कि उगाही की बातचीत के लिए WhatsApp Calling का इस्तेमाल करते थें ताकि बातचीत का कोई सबूत न मिले।
पैसे के लिए लगातार दबाव
थानेदार गौरव श्रीवास्तव ने 04 जनवरी को अपने Diigial Account PayPhone पर शिकायतकर्ता बिट्टू से पैसे भी लिए लेकिन पुरे पैसे के लिए लगातार दबाव बनाते रहे। करताहा थाने के ये थानेदार साहब खुद को पाक साफ़ दिखाने के लिए पूरी होशियारी दिखाते थे और बातचीत के लिए WhattsApp Call किया करते थें ताकि कोई सबुत पीछे न छूट जाए। होशियार थानेदार की होशियारी काम नहीं आई और जिस तकनीक के इस्तेमाल से वे उगाही कर रहे थें उसी के जाल में फंस गए।
जांच सही पाया गया
शिकायत करने वाले व्यक्ति ने जब थानेदार द्वारा किये गए WhatsApp Call की डिटेल और थानेदार के Digital Account के डिटेल के साथ पुलिस के बड़े अधिकारियों को शिकायत की तो अधिकारियों के भी होश उड़ गए। आनन फानन में हाजीपुर SDPO राघव दयाल को थानेदार के खिलाफ मिली शिकायत की जांच सौपी गई । जांच हुई तो आरोप सही पाया गया। वहीं SP मनीष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थानेदार को तुरंत निलंबित कर दिया है। वैशाली के SP मनीष ने थानेदार की करतूत को पुलिस महकमे की छवि दागदार बनाने वाला बताया और थानेदार को निलंबित किये जाने की पुष्टि की है।