बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर को उनकी जबरदस्त अदाकारी के साथ खुले मिजाज के लिए जाना जाता है। गंभीर रोल्स के साथ नाना पाटेकर ने कॉमेडी भी की है और दर्शकों ने उन्हें हर रोल में सराहा है। उन्हें जानने वाले उन्हें यारों का यार बताते हैं। लेकिन नाना पाटेकर अपने बेटे से ही नफरत करने लगे थे। नाना पाटेकर ने अपने इन निजी पलों की बात अपने एक इंटरव्यू में बताई है जो शॉकिंग है।
नाना पाटेकर ने इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़े कई बड़े खुलासे किए। इसमें नाना पाटेकर ने यह बताया है कि उनका बड़ा बेटा जन्म के बाद से ही बहुत तकलीफ में था। हालात ऐसे हो गए कि उसने समय से पहले ही दुनिया छोड़ दी। नाना ने बताया है कि “मुझे बेटे से इतनी नफरत होने लगी कि जब मैंने उसे देखता तो यही सोचता था कि लोग क्या सोचेंगे कि नाना का कैसा बेटा है। मैंने इस बारे में नहीं सोचा कि वह क्या महसूस करता होगा। मैंने हमेशा सिर्फ यही सोचा कि लोग मेरे बेटे के बारे में क्या सोचेंगे। उसका नाम दुर्वासा था। उसने हमारे साथ ढाई साल बिताए लेकिन आप क्या कर सकते हैं। जीवन में कुछ चीजें पहले से तय होती हैं।”
वहीं अपनी लाइफ एक टर्निंग प्वाइंट के बारे में नाना पाटेकर ने बताया है कि “एक समय था जब वो एक दिन में 60 सिगरेट पी लिया करते थे। यहां तक की नहाते समय भी उनके हाथ में सिगरेट होती थी। उनकी कार में लोग बैठना नहीं चाहते थे क्योंकि वो सिगरेट के धुएं की बदबू से भरी होती थी। लेकिन उनकी बहन की कही एक लाइन ने बुरी आदत से पीछा छुड़वा दिया। बहन जिसने अपने एकलौते बेटे को खो दिया था।” नाना ने बताया कि “मेरी बहन ने मुझे स्मोकिंग करने के बाद खांसते हुए देखा। उसने कहा कि तुम और क्या देखना चाहते हो?’ बस इस एक बात को सुनने के बाद नाना ने सिगरेट को हाथ नहीं लगाया।”