लोकसभा अध्यक्ष (Loksabha Speaker) के पद के लिए BJP के नेतृत्व वाले NDA और विपक्ष के इंडिया ब्लॉक के बीच आम सहमति नहीं बन पाई है। NDA और इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। एनडीए ने बीजेपी सांसद ओम बिरला को अपना उम्मीदवार बनाया है। विपक्ष ने दिग्गज कांग्रेस नेता के सुरेश को मैदान में उतारा है। दोनों उम्मीदवारों ने नामांकन कर दिया है। अब 26 जून को इस पद को लेकर चुनाव होगा. इस पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ‘ललन’ सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने संसद भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के विषय पर बात करने के लिए के.सी. वेणुगोपाल और टीआर बालू साहब आए हुए थे और उन्होंने रक्षा मंत्री से चर्चा की थी रक्षा मंत्री ने उन्हें NDA के तरफ से स्पीकर का नाम बताया और समर्थन मांगा। कांग्रेस नेता वेणुगोपाल का कहना था कि आप अभी उपाध्यक्ष का पद स्वीकार करे। लेकिन रक्षा मंत्री ने उन्हें कहा कि जब उपाध्यक्ष का चुनाव होगा तब हम सभी मिलकर उपाध्यक्ष तय करेंगे।
ओम बिरला vs के. सुरेश… विपक्ष ने भी दिया स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार, 26 जून को होगा चुनाव
ललन सिंह ने कहा कि वह शर्त पर अड़े रहे और उसी शर्त पर लोकतंत्र चलाना चाहते हैं, दबाव की राजनीति चलाना चाहते थे तो ये नहीं चलेगा। लोकतंत्र में बातचीत के साथ रास्ता तय किया जाता है। उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। हम लोगों ने अपनी तरफ से ओम बिरला जी का नामांकन दाखिल कर दिया है।
INDIA गठबंधन द्वारा के.सुरेश को लोकसभा पद के लिए मैदान में उतारने पर केंद्रीय मंत्री डॉ. रामदास अठावले ने कहा कि INDIA गठबंधन ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है तो लोकतंत्र में इसका अधिकार है। NDA के पास जो उम्मीदवार है तो हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। हमारे पास बहुमत से अधिक बहुमत है इसलिए NDA का उम्मीदवार अच्छे वोटों से चुनकर आएगा और उन्हें हमारी ताकत की जानकारी होगी।
वहीं केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि ये किसी पक्ष का चुनाव नहीं होता, स्पीकर का पद पूरे सदन के लिए होता है। आजादी के बाद से मुझे नहीं याद कि इस तरीके से पद को लेकर चुनाव हो। जिस तरीके से विपक्ष की इस बार भूमिका रही है और शर्तों के साथ जिस तरीके से विपक्ष सामने आया है कि डिप्टी स्पीकर का पद पर सहमति करें। हम सब उस पर चर्चा के लिए तैयार थे पर उसके बावजूद उस पर अड़ना मुझे नहीं लगता कि ये उचित है। फिलहाल जीत सुनिश्चित है, उसमें कहीं कोई शंका की बात नहीं है।