मोतिहारी के घोड़ासहन सिंगरहिया क्षेत्र में हुई सुफियाना की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि उसकी हत्या किसी बाहरी अपराधी ने नहीं, बल्कि उसके सगे और फुफेरे भाइयों ने की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं।
ऑनर किलिंग का मामला
सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह से ऑनर किलिंग का मामला है। सुफियाना तीन लड़कों से प्रेम करती थी और उनसे मोबाइल पर बातचीत करती थी, जिससे उसके परिवार की इलाके में बदनामी हो रही थी। घरवालों ने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन उसके प्रेम प्रसंग की जानकारी लड़के वालों तक पहुंचने के कारण शादी टूट गई। परिवार ने सुफियाना को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी।
परिवार के ही निकले हत्यारे
डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि सुफियाना के सगे भाई मोहम्मद रिजवान और फुफेरे भाई मोहम्मद आजाद को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है और एक अन्य आरोपी का भी नाम बताया है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। छापेमारी में डीएसपी अशोक कुमार के साथ छौड़ादानो पुलिस अंचल निरीक्षक धनंजय शर्मा, घोड़ासहन थानाध्यक्ष शंभु मांझी, दारोगा मोहम्मद शोएब, दीपक कुमार और मधुबन कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
हत्या की योजना
जांच में पता चला है कि सुफियाना की हरकतों से तंग आकर रिजवान ने उसकी हत्या की योजना बनाई। उसने अपने फुफेरे भाई को सारी बात बताई और एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर छह जून की रात को सुफियाना को बहला-फुसलाकर सरेह की ओर ले गया। वहां तीनों ने मिलकर उसे पेट के बल पटक दिया। मो. आजाद और एक अन्य ने उसका हाथ-पांव पकड़ा और रिजवान ने चाकू से उसकी पीठ और अन्य हिस्सों में वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद चाकू को पोखरा में फेंक दिया और खून लगे कपड़े छुपा दिए। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर चाकू और खून लगे कपड़े बरामद कर लिए हैं।
शव की बरामदगी
सुफियाना का शव सात जून को गांव के सरेह से बरामद हुआ था। परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब जांच शुरू की, तो घटनाक्रम की परतें धीरे-धीरे खुलती गईं और अंततः असली दोषियों का पता चल गया।