बिहार विधान परिषद की एक खाली सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार भगवान सिंह कुशवाहा ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और गठबंधन के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने की संभावना नहीं है, जिससे भगवान सिंह कुशवाहा का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है।
नामांकन की प्रक्रिया
भगवान सिंह कुशवाहा ने विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत एनडीए के कई नेता उपस्थित थे। यह सीट राजद विधायक रामबली सिंह के अयोग्य घोषित होने के बाद खाली हुई थी। 12 जुलाई को इस सीट के लिए चुनाव होना है।
चुनाव की तारीखें
चुनाव आयोग ने बिहार, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के विधान परिषद की कुल 5 सीटों पर चुनाव की घोषणा की है। 25 जून को अधिसूचना जारी की गई थी और 2 जुलाई को नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। 3 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 5 जुलाई तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। मतदान 12 जुलाई को सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक होगा और उसी दिन वोटों की गिनती कर चुनाव परिणाम की घोषणा की जाएगी।
जदयू उम्मीदवार की जीत तय
महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार उतारने की संभावना नहीं है, जिससे भगवान सिंह कुशवाहा का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। एनडीए के पास विधान सभा में पूर्ण बहुमत है, जिससे जदयू के उम्मीदवार भगवान सिंह कुशवाहा आसानी से चुनाव जीत सकते हैं। वर्तमान में बिहार विधानसभा की 243 में से 5 सीटें रिक्त हैं, और एनडीए के पास बहुमत होने के कारण भगवान सिंह कुशवाहा की जीत निश्चित मानी जा रही है।