सारण के बनियापुर में एकबार फिर एक पुल टूटने की घटना घटित हुई है। घटना बनियापुर प्रखंड के सरैया गांव में घटित हुआ है। जहाँ गंडकी नदी पर बना पुल नदी के तेज धारा के साथ बह गया। घटना गुरुवार के सुबह की है। नदी पर बने पुल टूटने से मुख्य रूप से 14 गावों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है। यह पुल सतुआ पंचायत और सरैया पंचायत को जोड़ने वाला मुख्य पुल था। पुल के दोनों तरह आसपास के गाँव का खेती किसानी होता है। साथ ही इंटर कॉलेज होने के चलते सरेया के छात्र छात्राओं को विद्यालय जाने के एकमात्र रास्ता है। पुल टूटने और नदी में पानी होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
गंडकी नदी पर इस पुल का निर्माण 2017 से स्थानीय मुखिया के फंड से हुआ था। जिसके बाद नदी में सफाई कार्य के बाद मिट्टी और सिल्ट के कटाई के बाद पुल के किनारे और पाया के बाद का मिट्टी कम होने के चलते पानी का दबाव से पुल का टूटना शुरू हो गया। 9 किलोमीटर दूर लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार में काल बुधवार को दो पुल टूटने का घटना घटित हुआ है। गंडकी नदी पर महज 24 घण्टे में सारण जिला का तीसरा पुल टूटने का मामला सामने आया है। लगातार पुल टूटना सारण सहित पूरे बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस मामले में जानकारी देते हुए स्थानिय युवक सुनकल कुमार ने बताया कि सतुआ और सरेया पंचायत के लोगो को पुल टूटने से परेशानी हो गया है। दोनों पंचायत के लोगो का इस पुल के माध्यम से खेती किसानी सहित पढ़ाई लिखाई का कार्य होता है। इस पुल का निर्माण 2017 में मुखिया फंड से हुआ था। नदी में जेसीबी और पोकलेन से कटाई के कारण पुल ध्वस्त हुआ है। इससे पहले भी बहुत बार पानी आया लेकिन अभी तक पुल को कुछ नही हुआ था।
भेल्दी थाना क्षेत्र के NH 722 को जोड़ने वाली रेपूरा मदौरा हाईवे पर डबरा नदी पर बना मलाही पुल इसी साल बन कर तैयार हुआ था लेकिन पहली बरसात में दरार आने लगी कभी भी यह पुल गिर सकता है पुल गिर जाने से कई दर्जन गांव का आगमन ठप हो जाएगा जो कई प्रखंड और अनुमंडलों को जोड़ती है