झारखंड के पूर्व सीएम व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर छात्रों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। बाबूलाल मरांडी ने 4 जुलाई को जेएसएससी पीजीटी परीक्षार्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। इस संबंध में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि “पीजीटी परीक्षा में एक ही परीक्षा केंद्र से 500 से अधिक परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण होने, विवादित एजेंसी को परीक्षा का जिम्मा सौंपने एवं परीक्षा प्रक्रिया के दौरान कई अन्य अनियमितता बरते जाने की जानकारी मिली।”
हेमंत सरकार पर बरसते हुए मरांडी ने कहा कि “राज्य सरकार की करतूतों की वजह से झारखंड के छात्रों को आए दिन कई तरह की संकटों से जूझना पड़ रहा है। छात्रों का भविष्य दांव पर लगा कर जेएमएम और कांग्रेस की सरकार सिर्फ अपनों की स्वार्थपूर्ति में लगी हुई है। इन्हें छात्रों की शिकायत और उनके परेशानी की कोई परवाह नहीं है।”
इसके साथ ही हेमंत सोरेन पर सीधा हमला करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि “यह बेहद शर्मनाक है कि हमारे राज्य में एक ऐसा मुख्यमंत्री है, जो समय-समय पर ‘अपने रोजगार’ के बारे में तो सोच लेता है, पर पिछले साढ़े चार साल से सड़क पर आंदोलन कर रहे छात्रों के बारे में उसको एक पल भी ख्याल नहीं आता। हेमंत सोरेन अपने स्वार्थ और सत्तालोलुपता को त्याग कर पीजीटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी के सीबीआई जांच की अनुशंसा करें, अन्यथा झारखंड की छात्रशक्ति सत्ता से आपके विदाई का उचित प्रबंध करेगी।”