मेडिकल एंट्रेस NEET पेपर लीक पर करीब 38 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कहा कि पेपर लीक हुआ है। CJI ने कहा, “ये तो साफ है कि पेपर लीक हुआ है। लीक कितने बड़े स्तर पर हुआ इस पर हम विचार कर रहे हैं। लीक पर विवाद नहीं किया जा सकता। हम इसके परिणामों पर विचार कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि NTA, केंद्र और CBI के हलफनामे बुधवार, 10 जुलाई को शाम 5 बजे तक रिकॉर्ड पर रखे जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई 11 जुताई को तय की है।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने NTA से उन अभ्यर्थियों की पहचान करने को कहा. जिन्हें NEET UG पेपर लीक से फायदा पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने NTA से उन सेंटर और माहरों की पहचान करने को भी कहा, जहां पेपर लीक हुआ था। इसी के साथ सुप्रीमकोर्ट ने ये भी कहा कि याचिकाकर्ताओं के सभी वकील जो दोबारा परीक्षा कराना चाहते हैं। वो सब एक साथ मिल कर गुरुवार से पहले एक ज्वाइंट सबमिशन दाखिल करे, जो 10 पेज से ज्यादान हो।
संतृप्त मिश्रा बने नवीन पटनायक के राजनीतिक सचिव, प्रवक्ताओं की भी नियुक्ति
NEET मामले में याचिकाकर्ता के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता नरेन्द्र हुड्डा ने बताया कि कोर्ट ने सुनवाई के दौरान इस बात को माना कि पेपर लीक हुआ है। उन्होंने कहा है कि अगर पेपर लीक हुआ है तो यह देखना है उसका प्रभाव कहां तक हुआ है। कोर्ट जानना चाहता है कि अब तक इस मामले में क्या जांच हुई है, कब पेपर लीक हुआ है, वह कितने बड़े पैमाने पर फैला है, यह सब जानने के बाद ही कोर्ट कोई निर्णय लेगी।
NEET-UG 2024 परीक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर याचिकाकर्ता और फिजिक्स वल्लाह के CEO अलख पांडे ने कहा, “CJI बेंच ने यह माना कि पेपर लीक हुआ है… वे यह निर्धारित करना चाहते हैं कि पेपर किस हद तक लीक हुआ है… उन्होंने इससे संबंधित समयसीमा के बारे में पूछा है, पेपर कब तैयार किया जाता है? कौन सी समिति इसे तैयार करती है? दो सेटों में पेपर कैसे तैयार किया जाता है? पेपर केंद्रों को कैसे वितरित किया जाता है? वे पेपर लीक के समय का पता लगाने के लिए पेपर की कस्टडी की चेन देखना चाहते थे… अदालत यह निर्धारित करना चाहती है कि क्या यह (पेपर लीक) एक व्यवस्थित विफलता थी या यह कुछ व्यक्तियों की कदाचार के कारण हुआ…”