सीतामढ़ी जिले में रात को हुई भारी बारिश के चलते जर्जर मकानों के गिरने से दो अलग-अलग घटनाएं सामने आईं। इन हादसों में कुल पांच लोग घायल हुए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
रीगा थाना क्षेत्र की घटना:
पहली घटना रीगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत कुसुमपुर बखरी गांव के वार्ड नंबर 14 में हुई। रात के करीब 3 बजे राम श्रेष्ठ महतो (58 वर्ष), मिथलेश देवी (55 वर्ष), खुशबू कुमारी (18 वर्ष) और अंशिका कुमारी (3 वर्ष) सो रहे थे, तभी अचानक छत गिर गई। चारों लोग मलबे के नीचे दब गए। बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें मलबे से बाहर निकाला। घायलों में से दो की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
सुप्पी थाना क्षेत्र की घटना:
दूसरी घटना मंगलवार सुबह सुप्पी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बभनगामा रमनगरा पंचायत के वार्ड नंबर 8 में हुई। अनिल साह सोनी का घर अचानक गिर गया। मकान गिरने की वजह से उनकी पत्नी मुन्नी देवी घायल हो गईं। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए पीएचसी ससौला ले जाया गया। इस घटना में घर में रखे अनाज, कपड़े, फर्नीचर आदि लाखों रुपये के सामान भी क्षतिग्रस्त हो गए।
पीड़ित परिवारों को सहायता:
पंचायत की मुखिया आशा सिंह ने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया है कि उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाएगा और आपदा विभाग से भी सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सीओ कृष्ण प्रताप सिंह ने बताया कि फिलहाल पीड़ित परिवारों को तिरपाल उपलब्ध कराए जाएंगे।
जर्जर मकानों में रहने का खतरा:
ये घटनाएं बारिश के मौसम में जर्जर मकानों में रहने के खतरों को उजागर करती हैं। विशेष रूप से मानसून आने से पहले घरों की मजबूती सुनिश्चित करना जरूरी है ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।