मैनेजमेंट की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। ग्लोबल एजुकेशन एनालिस्ट क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) ने हाल ही में मैनेजमेंट इंस्टीट्यूटों की क्यूएस एक्जीक्यूटिव एमबीए रैंकिंग 2024 जारी की है। इस रैंकिंग में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है।
भारत में शीर्ष पर IIM बंगलुरू: इस साल भारत में IIM बंगलुरू एक्जीक्यूटिव एमबीए कार्यक्रमों के लिए सबसे बेहतरीन संस्थान के रूप में सामने आया है। इसे 41वीं रैंक मिली है, जो पिछले साल की रैंकिंग से थोड़ी बेहतर है।
भारत से रिकॉर्ड संख्या में संस्थान शामिल: गौरतलब है कि इस साल भारत से कुल 6 संस्थानों को इस रैंकिंग में शामिल किया गया है। यह पिछले साल की तुलना में दोगुनी संख्या है। यह दर्शाता है कि भारत में एक्जीक्यूटिव बिजनेस शिक्षा का स्तर लगातार ऊपर उठ रहा है।
विश्वविद्यालयों का वैश्विक प्रदर्शन: वैश्विक स्तर पर, ऑक्सफोर्ड बिजनेस स्कूल ने इस साल टॉप रैंक हासिल की है। पिछले साल पहले स्थान पर रहे एचईसी पेरिस को इस बार तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। IESE बिजनेस स्कूल और MIT स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट क्रमशः दूसरे और चौथे स्थान पर रहे। लंदन बिजनेस स्कूल भी पिछले साल की तुलना में दो स्थान ऊपर चढ़कर पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।
रैंकिंग कैसे तय होती है? क्यूएस एक्जीक्यूटिव एमबीए रैंकिंग 5 मुख्य कारकों पर आधारित होती है:
- नियोक्ता प्रतिष्ठा: कंपनियां संस्थान के पूर्व छात्रों को किस नजर से देखती हैं।
- नेतृत्व विचार: कार्यक्रम कितना मजबूत लीडरशिप कौशल विकसित करने में मदद करता है।
- कार्यकारी प्रोफ़ाइल: कार्यक्रम में शामिल होने वाले छात्रों का अनुभव और प्रोफाइल कैसा है।
- विविधता: कार्यक्रम में कितनी विविधता है, यानी विभिन्न उद्योगों और पृष्ठभूमि के छात्र शामिल हैं या नहीं।
- करियर परिणाम: कार्यक्रम पूरा करने के बाद छात्रों के करियर में कितना सुधार होता है।