झालसा के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिक रामगढ़ के तत्वाधान में एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, रामगढ़ आलोक कुमार दुबे के मार्गदर्शन में विवा इंटरनेशनल स्कूल, रांची रोड, रामगढ़ में “स्टूडेंट्स लीगल लिटरेसी क्लब” का शुभारंभ शनिवार, 27 जुलाई को किया गया। इस क्लब का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कानूनी ज्ञान से सशक्त बनाना और उन्हें उनके विधिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। शुभारंभ समारोह का आयोजन स्कूल प्रांगण में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रामगढ़, झारखंड, आलोक कुमार दुबे उपस्थित रहे। उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकार रामगढ़ के सचिव अनिल कुमार एवं व्यवहार न्यायालय रामगढ़ के रजिस्ट्रार हर्षित तिवारी मौजूद रहे। विवा इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन की ओर से उपेंद्र कुमार सिंह और राम किशोर ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत फूलों के गुलदस्ता एवं गुलाब के फूलों से किया।
मुख्य अतिथि आलोक कुमार दुबे ने स्कूल प्रांगण में वृक्षारोपण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया और छात्रों को बताया कि “वृक्ष ही जीवन है और पर्यावरण का संरक्षण हम सभी का कर्तव्य है।” इसके उपरांत उन्होंने बच्चों को समय के सदुपयोग और जीवन में समय प्रबंधन के महत्व पर बल दिया। अनिल कुमार दुबे ने अपने संबोधन में कानूनी साक्षरता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “कानूनी साक्षरता न केवल ज्ञान का साधन है, बल्कि यह समाज में न्याय और समानता की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।”
इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को क्लब के उद्देश्य और आगामी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। क्लब के सदस्य स्कूल की विभिन्न कक्षाओं से चयनित किए गए हैं, जो नियमित रूप से विधिक साक्षरता शिविर, कार्यशालाएं, और चर्चाओं का आयोजन करेंगे।
इस अवसर पर छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध लेखन और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में विजेताओं को मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रामगढ़, झारखंड, आलोक कुमार दुबे द्वारा पुरस्कृत किया गया और सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पैरा-लीगल वालंटियर्स (PLV), विजय कुमार सिंह एवं उमेश कुमार गुप्ता, तथा विवा इन्टरनेशनल स्कूल के प्रवीण कुमार, शिखा सिंह, बाल भूषण मिश्रा, चंद्रिका प्रसाद, मधु ओरांव, मुर्तुजा अली, सोमेश कुमार, राहुल कुशवाहा आदि शिक्षकों ने अपना भरपूर सहयोग दिया।