धनबाद. शहर के नामी रेडिशन होटल ग्रुप मे महिला यौन उत्पीड़न मामले कि जांच को लेकर डीएसपी सुमित कुमार होटल पहुंचे। बता दें एक महिला कर्मी ने होटल रेडिशन ब्लू के जीएम समेत पाँच कर्मियों पर अपने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। जांच के दौरान डीएसपी सुमित कुमार ने कहा कि जांच के बाद हिओ उचित कार्रवाई होगी अभी जांच चल रही है। फिलहाल आरोपी फरार हैं। पीड़िता ने बताता कि होटल मे कम करने के दौरान होटल मे जेनरल मैनेजर समेत पाँच लोगों मे उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया। पीड़िता होटल रेडिशन ब्लू मे मैनेजर के पद पर कार्यरत थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वे पांचों जबरदस्ती उसके साथ शारीरिक शोषण, मानसिक उत्पीड़न और नौकरी से हटाने की साजिश करते थे।
जानिए क्या है पूरा मामला
अपनी शिकायत में 38 वर्षीय पीड़ित महिला मैनेजर ने कहा है कि करीब 3 महीने (1 अप्रैल) से मैं धनसार थाना क्षेत्र के धनसार गोलंबर के पास निर्माणाधीन होटल द ग्रैंड मिराज रेडिसन इंडिविजुअल में सेल्स एंड मार्केटिंग के मैनेजर के पद पर काम कर रही हूं। इस होटल को खोलने से पहले होटल प्रबंधन द्वारा अन्य कर्मचारियों की भी नियुक्ति की गई है। इसमें प्रतीक मोहन, होटल मैनेजर, के.एस. मोनालिसा, ए.टी.आर. मैनेजर राजीव गोस्वामी, असिस्टेंट डायरेक्टर (सेल्स), संजीत कुमार, सुरक्षा मैनेजर, ऐश्वर्या मधुमिता, ऑफिस मैनेजर मुख्य हैं। 8 फरवरी 2024 को होटल खुला और गेस्ट रूम, मीटिंग और इवेंट के लिए बुकिंग शुरू हो गई। होटल की संपत्ति घरौंदा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है। जिनके नाम हर्षित जिंदल, विवेक विक्रम पोद्दार और इंद्रपाल सिंह संधू हैं। आगे पीड़िता ने अपनी शिकायत मे लिखा है कि मेरी नियुक्ति के बाद से ही होटल व्यवसाय से जुड़े मुद्दों पर मेरा अन्य कर्मचारियों से मतभेद रहता था। कुछ कर्मचारी पद में वरिष्ठ होने के कारण अपनी राय मुझ पर थोपना चाहते थे और मुझसे अपनी बात मनवाना चाहते थे। जिसका मैं विरोध करती थी।
ये सारी बातें मेरे द्वारा होटल मालिकों को भी जानकारी दी गई। इन सब बातों से दुखी होकर होटल में काम करने वाले प्रतीक मोहन, राजीव गोस्वामी और के.एस. मोनालिसा के मन में मुझसे बदला लेने की भावना आने लगी। इसी दौरान होटल में काम करते हुए राजीव गोस्वामी और प्रतीक मोहन अक्सर मेरे शरीर को बुरी नीयत से छूते थे। वे दोनों हमेशा मुझसे अश्लील बातें करते थे और अश्लील हरकतें भी करते थे। कुछ समय तक मैं यह बर्दाश्त करती रही. बाद में जब मैंने उन दोनों की हरकतों का विरोध किया तो दोनों व्यक्ति हंसकर बात टाल गए और कहा कि मुझे उनके अधीन ही काम करना है। उस समय भी मैंने उनसे बातों की गंभीरता समझने का अनुरोध किया। लेकिन मेरे विरोध का उन दोनों व्यक्तियों पर कोई असर नहीं हुआ। इसके साथ ही पीड़ित महिला ने एक अन्य महिला पर भी गंभीर आरोप लगते हुए लिखा कि इतना ही नहीं के.एस. मोनालिसा भी उनके घिनौने कामों में उनका साथ देती थी। कार्यस्थल पर उनके वरिष्ठों ने भी उन्हें इस तरह के शोषण को बर्दाश्त करने के लिए समझाया था। इसके आगे जानकारी दी कि 25 मई 2024 को जब चुनाव के कारण धनबाद के सभी सरकारी और अर्धसरकारी संस्थानों में अवकाश घोषित था। उस दिन भी मुझ पर जबरन काम पर आने का दबाव बनाया गया। जबकि मुझे पता था कि उस दिन अन्य सभी कर्मचारी अनुपस्थित रहेंगे।
मैं उन लोगों की गंदी मंशा को भांपकर उस दिन काम पर नहीं गयी। इसके बाद प्रतीक मोहन ने मेरी हाजिरी काटकर मुझे उस दिन अनुपस्थित कर दिया। इसके बाद जब मैं 29 मई 2024 को अपने ऑफिस गयी तो राजीव गोस्वामी और प्रतीक मोहन ने मुझे धमकाया और कहा कि मुझे उनकी मर्जी और उनकी शर्तों पर वहां काम करना होगा। जब मैंने उनसे कहा कि मैं उनकी शिकायत होटल मालिक और मैनेजमेंट से करूंगी तो उपरोक्त पांचों लोग मुझे जबरन घसीटकर प्रतीक मोहन के केबिन में ले गए। फिर उन्होंने मेरे साथ बुरी तरह से दुर्व्यवहार किया। पांचों लोगों ने मिलकर मुझे बुरी तरह से खींचा घसीटा , जिससे मेरे शरीर के कई हिस्सों पर खरोंचें आईं।
इसके बाद उन्होंने कहा कि 35 दिन दौड़ भाग करने के बाद 25 जुलाई को महिला थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी। इस मामले को लेकर एएसपी एचपी जनार्दनन ने कहा है कि पुलिस अपनी कानूनी कार्रवाई करेगी। पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।