बिहार के अररिया जिले में एक बड़ा कृषि घोटाले का मामला सामने आया है। इस मामले में कृषि निदेशालय ने भरगामा के तत्कालीन क्रय केंद्र पदाधिकारी व बिहपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी आशुतोष कुमार को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
क्या है आरोप?
आशुतोष कुमार पर वर्ष 2012-13 और 2013-14 में हजारों क्विंटल धान का गबन करने का आरोप है। उनके खिलाफ यह भी आरोप है कि उन्होंने नोटिस मिलने के बाद भी गबन की गई राशि जमा नहीं की और अपने कार्यपालक सहायक के साथ मिलकर सरकारी राशि का गबन किया।
विभागीय जांच:
कृषि निदेशालय ने आरोपों की जांच के लिए एक विभागीय जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने अपनी जांच में आशुतोष कुमार के खिलाफ लगे सभी आरोपों को सही पाया।
क्यों हुई बर्खास्तगी?
विभागीय जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद कृषि निदेशालय ने आशुतोष कुमार को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया। साथ ही, उन्हें भविष्य में किसी भी सरकारी नौकरी के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण?
यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि बिहार सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। यह भी दिखाता है कि सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।