भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनबरसा के हनुमान चौक एसएसबी मेन चेक पोस्ट पर एक महत्वपूर्ण घटना हुई। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने दो नेपाली नाबालिग लड़कियों और दो युवकों को संदिग्ध हालत में हिरासत में लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर रमेश कुमार ग्वाला के नेतृत्व में बीआईटी उप निरीक्षक मोहन क्षेत्री, महिला आरक्षी मांगरिता टोप्पो और शकुंतला कार्मिक सीमा पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने दो नेपाली लड़कियों और दो युवकों को संदिग्ध हालत में देखा और उन्हें हिरासत में ले लिया।
पुलिस जांच में खुलासा:
हिरासत में लिए गए लड़कियों की पहचान नेपाल के झापा जिले की 14 और 13 वर्षीय दो बहनों के रूप में हुई। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि वे घूमने जा रही थीं। वहीं, युवकों की पहचान नेपाल के सर्लाही मंलगवा जिला के रहने वाले मोहम्मद उस्मान साह के 19 वर्षीय पुत्र दिलशाद और मोहम्मद नासिर पमाड़िया के 20 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अब्दुल पमाड़िया के रूप में हुई।
दोनों युवकों ने पुलिस को बताया कि वे चार वर्षों से इन लड़कियों से प्यार करते हैं और उनसे शादी करना चाहते हैं। वे लड़कियों को लुधियाना ले जा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि वे दोनों एक ही गांव के हैं और नेपाल के काठमांडू में सिलाई का काम करते हैं। लड़कियों का परिवार उनके पड़ोस में ही रहता है और वे चार वर्षों से एक-दूसरे को जानते हैं।
चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंपा मामला:
लड़कियों की जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन को देने के बाद सीडब्ल्यूसी की सदस्य सुनीता देवी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने केस वर्कर कृष्ण कुमार पासवान और कृष्ण कुमार सिंह के साथ मिलकर लड़कियों को स्थानीय थाने में सुपुर्द किया, जहां आगे की कार्रवाई के लिए मामला दर्ज किया गया