पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा ने बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए दावा ठोंका है। रालोजपा ने इसे स्वाभाविक बताया है। एनडीए के शीर्ष नेतृत्व के समक्ष यह मांग रख दी गई है। इसका उन्होंने कारण भी बताया है। बता दें कि बिहार की 5 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें से 1 तरारी सीट भी है। दरअसल, यहां के विधायक सुदामा प्रसाद अब आरा लोकसभा सीट से सांसद बन गए हैं, इसलिए इस सीट पर उपचुनाव की तैयारी है।
रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील पांडेय तरारी से 4 बार जीते हैं। साल 2015 में उनकी पत्नी और पार्टी की उम्मीदवार गीता पांडेय मात्र 272 वोट से वहां से पराजित हुईं थीं। सुनील पांडेय 2020 में भी वहां से चुनाव लड़े थे। उन्हें 63000 वोट प्राप्त हुए थे। रालोजपा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह आग्रह किया है कि NDA में तरारी की सीट रालोजपा को दी जाए।
पार्टी ने अपनी तैयारी आरंभ कर दी है। पार्टी प्रदेश कार्यालय में इस बाबत कोर कमेटी की एक बैठक भी हुई। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष अंबिका प्रसाद बीनू, दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम कुमार दाहा व कई अन्य नेता मौजूद थे। गौरतलब है कि तरारी सीट से पिछली बार भाकपा-माले कैंडिडेट सुदामा प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। अब वह आरा लोकसभा सीट से सांसद हैं। इसलिए, तरारी सीट पर उपचनाव होंगे। इसकी तैयारी तेज हो गई है। हालांकि, अब तक किसी भी पार्टी की तरफ से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है।
हाल ही में, पशुपति पारस ने बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। ये एनडीए से पूरी तरह से अलग होने का संकेत था। अब उनकी पार्टी ने एनडीए से तरारी सीट की मांग की है। अब देखने वाली बात यह होगी कि चिराग पासवान की इसपर क्या प्रतिक्रिया होगी?