गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र के बल्थरी चेकपोस्ट पर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए बहुमूल्य रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम को जब्त किया है। इसके साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक तस्कर और दो लाइनर शामिल है। फिलहाल सभी अभियुक्तों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में मुख्य तस्कर उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुही राज थाना क्षेत्र निवासी स्वर्गीय चंद्रदेव प्रसाद का 40 साल का बेटा छोटे लाल प्रसाद है। इसके अलावा दोनों लाइनर नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक वार्ड नंबर 22 निवासी योगेंद्र साह का 40 साल का बेटा चंदन गुप्ता और महमदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर मठिया निवासी हरेंद्र राम का 28 साल का बेटा चंदन राम है।
वहीं पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बहुमूल्य पदार्थ की तस्करी की जा रही है। सूचना के आधार पर कुचायकोट थाना की ओर से तत्काल कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने तत्काल छापेमारी करते हुए 50 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम को जब्त किया गया। जानकारी के अनुसार कैलिफोर्नियम के 1 ग्राम की कीमत करीब 17 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं जब्त की गई 50 ग्राम कैलिफोर्नियम की कीमत करीब 850 करोड़ रुपए हो सकती है। इसका इस्तेमाल न्यूक्लियर रिएक्टर से न्यूक्लियर पावर के उत्पादन और साथ ही कई गंभीर ब्रेन कैंसर जैसे बीमारियों को ठीक करने में होता है।
इसकी सत्यता के लिए डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी से संपर्क साधा जा रहा है। एफएसएल की विशेष टीम को भी पदार्थ की जांच के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा तस्करी, हैंड लिंग और बैक वर्ड फॉरवर्ड लिंकेज को भी खंगाला जा रहा है।
एसपी के अनुसार कई महीनों से तस्कर इस पदार्थ को बेचने की कोशिश में थे। इनके पास से पदार्थ का लैब टेस्ट रिपोर्ट भी मिला है। जो कि आईआईटी मद्रास का है। सर्टिफिकेट के बारे में आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एस मोहन से बात की गई तो उन्होंने इस सर्टिफिकेट को फेक बताया है। इसके साथ ही अन्य लोगों से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है।
कैलिफोर्नियम एक बेहद महंगा रेडियो एक्टिव पदार्थ है और भारत में आम आदमी इसको खरीद या बेच नहीं सकता है। कैलिफोर्नियम धातु का प्रतीक Cf और परमाणु संख्या 98 है। यह प्राकृतिक नहीं है, बल्कि इसको अमेरिका के एक लैब में सिंथेसाइज किया गया था। ट्रांसयूरेनियम एमिलमेंट्स में से एक कैलिफोर्नियम चांदी के रंग जैसा दिखने वाला धातु है। यह पदार्थ करीब 900 डिग्री सेल्सियस पर पिघलता है। यह शुद्ध रूप में इतना मुलायम होता है कि इसे नॉर्मल ब्लेड से काटा जा सकता है। यह पदार्थ उन ट्रांसयूरेनियम एमिलमेंट्स में से एक है, जिन्हें इतनी मात्रा में बनाया गया है कि उन्हें खुली आंखों से देखा जा सके।
इंडस्ट्रियल फील्ड में कैलिफोर्नियम का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से तेल के कुओं में पानी और तेल का लेयर का पता लगाया जाता है। इसके अलावा गोल्ड और सिल्वर के डिटेक्शन, पोर्टेबल मेटल डिटेक्टर में भी इसका उपयोग होता है। इसका उपयोग कैंसर चिकित्सा में भी होता है। मेडिकल फील्ड में इसका इस्तेमाल कैंसर मरीजों और एक्सरे मशीनों में किया जाता है। कैलिफोर्नियम एक आइसोटोप Cf-252 बेहद ताकतवर न्यूट्रोन सोर्स होता है। यह न्यूट्रोन न्यूक्लियर रिएक्टर्स को शुरू करने में मददगार होता है।