रांची: नक्सल विरोधी अभियान में झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। रांची व आसपास के कई इलाको में रंगदारी लूट और आगजनी जैसी घटनाओ को अंजाम देनेवाले उग्रवादी संगंठन टीएसपीसी के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी उग्रवादियों पर रांची के ग्रामीण इलाके, चतरा और हजारीबाग में रंगदारी मांगने और रंगदारी नहीं मिलने पर गोलीबारी करने समेत कई मामलों के आरोप है। मालूम हो कि कुछ दिनों पूर्व रांची के बुढ़मू स्थित छापर बालू घाट पर हुई आगजनी के बाद रांची के ग्रामीण इलाकों में सक्रिय उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है।
इसे लेकर शनिवार को टीएसपीसी के सक्रिय उग्रवादी बद्रीनाथ गंझू को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। वहीं रविवार को पुलिस ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक साथ तीन टीएसपीसी उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तार उग्रवादियों में अजीत सोरेन, आकाश लोहार और सुमित लहरी शामिल है। इस मामले को लेकर एसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि दामोदर नदी के पास बड़कागांव, बुड़मुड़ थाना की सीमा पर स्थित छप्पर बालू घाट में पैसा उगाही को लेकर दो पक्षों की मारपीट की घटना में शामिल टीएसपीसी कमांडर दिवाकर गंजू के दस्ते के तीन-चार सक्रिय सदस्य गांव पहुंचे हुए हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं ।
इस बात की सूचना रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा को दी गई। इसके बाद खलारी के डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन हुआ और उग्रवादियों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया गया। वहीं इसके बाद बुढ़मू थाना के सहयोग से तीनों उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तीनों उग्रवादी टीएसपीसी कमांडर दिवाकर गंझू उर्फ प्रताप जी दस्ते के सक्रिय सदस्य हैं। इन तीनों उग्रवादियों ने न सिर्फ रांची बल्कि चतरा और हजारीबाग में कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। वहीं पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार तीनों उग्रवादियों ने बताया कि वे लोग मार्च 2024 में हजारीबाग के बड़कागांव के कायलंग बालू यार्ड में फायरिंग और रंगदारी करने की वारदात में शामिल रहे थे।
इसके साथ ही चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र, हजारीबाग जिला के केरेडारी, उरीमारी और रामगढ़ जिला के पतरातू थाना क्षेत्र में भी कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। बता दें झारखंड पुलिस ने नक्सलियों को लेकर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस की TPC, टीएसपीसी और JJMP उग्रवादी संगठन के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। इसी अभियान के तहत गुप्त सूचना के आधार पर रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बताते चलें कि पुलिस को इनके पास से लेवी मांगने में उपयोग किए गए मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए नक्सलियों ने खुलासा किया है कि मार्च 2024 में बड़कागांव थाना क्षेत्र के बालू यार्ड में टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के द्वारा दिवाकर गंजू के साथ मिलकर वर्चस्व बढ़ाने और लेवी को लेकर फायरिंग की गई थी।
इसके बाद दहशत फैलाकर बाद में काम को बंद करवा दिया था। इस दौरान मार्च में ही पुन: बड़कागांव थाना क्षेत्र के गुरु कुआं जंगल में पूरे टीम के साथ मीटिंग के दौरान पुलिस को देख पुलिस पर फायरिंग की गई थी। फिर जुलाई में बड़कागांव के बीच सड़क निर्माण में लगी कंपनी से लेवी के लिए फायरिंग किया गया और काम बंद कराया गया। इन पकड़े गए नक्सलीयों से पुलिस को कई जानकारी मिली है जिसे लेकर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है