पटना उच्च न्यायालय ने बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह को उनके आवास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद होने के मामले में बुधवार को बरी कर दिया। न्यायमूर्ति चंद्र शेखर झा ने सिंह की एक चुनौती याचिका पर यह फैसला सुनाया। पटना की एक निचली अदालत ने चार साल पुराने इस मामले में सिंह को दस साल के जेल की सजा सुनायी थी।
अब अनंत सिंह की रिहाई को लेकर बिहार में राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गई है। एक तरफ जहां सत्ता पक्ष इसे कोर्ट का फैसला बता कर सम्मान करने की बात कर रहा हैं वहीं बिहार की मुख्य विपक्षी दल राजद सवाल खड़ा कर रही है। साथ ही नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप भी लगा रही है। आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश सरकर लोकसभा चुनाव का कर्ज उतार रही है। क्योंकि लोकसभा चुनाव के वक्त ललन सिंह को जिताने के लिए सरकार ने अनंत सिंह को जेल से बाहर निकाला था। और अनंत सिंह जीत भी गए।
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सुधाकर सिंह ने कहा कि आज साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने अनंत सिंह को बरी कर दिया है। इससे साफ पता चल रहा है कि सरकारी वकील ने अपना पक्ष सही तरीके से नहीं रखा।जिसकी वजह से उन्हें छोड़ गया है। सुधाकर सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कहते हैं नहीं थकते कि हम ना किसी को बचाते हैं और ना ही किसी को फंसाते हैं। जबकि 19 साल से बिहार में सत्ता में यही लोग बैठे हैं। बचाने और फंसाने का खेल कौन खेल रहा है सबको पता है।