वर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा 31 अगस्त को रिटायर्ड हो रहे हैं। उनकी जगह IAS चैतन्य प्रसाद ले सकते हैं। वे मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे हैं। चैतन्य प्रसाद के अलावा केके पाठक और प्रत्यय अमृत समेत 4 अधिकारी मुख्य सचिव भी दौड़ में हैं। सीएम सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक, वर्तमान मुख्य सचिव का सेवा विस्तार नहीं होगा। इस स्थिति में कोई सीनियर IAS अधिकारी ही मुख्य सचिव का पद संभालेंगे।
मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा 1989 बैच के एक मात्र IAS अधिकारी हैं, जो बिहार में हैं। उनके बैच के IAS अमृत लाल मीणा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में हैं। वो कोयला मंत्रालय के सचिव हैं। मुख्य सचिव से पहले स्वास्थ्य, कैबिनेट, राजस्व एवं भूमि सुधार जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाल चुके हैं।
बिहार में ब्रजेश मेहरोत्रा के बाद चैतन्य प्रसाद सबसे सीनियर अधिकारी हैं। इसलिए उनका मुख्य सचिव बनना तय माना जा रहा है। वर्तमान में विकास आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके अतिरिक्त जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी भी माने जाते हैं।
बिहार के अगले मुख्य सचिव की कुर्सी की रेस में दूसरे सबसे बड़े अफसर प्रत्यय अमृत हैं, जो चैतन्य प्रसाद को टक्कर दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव से पहले पथ निर्माण विभाग, बिजली विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। IAS केके पाठक मुख्य सचिव की दौड़ से बाहर हैं। हालांकि, बिहार सरकार के पैनल में वो तीसरे नंबर पर हैं। केके पाठक 1990 बैच के अफसर हैं। वे 31 जनवरी 2028 को रिटायर्ड होंगे। वर्तमान में रेवन्यू ऑफ बोर्ड के चेयरमैन के साथ-साथ सदस्य हैं। बिपार्ड के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार निभा रहे हैं।
IAS अधिकारी डॉ. एस सिद्धार्थ मुख्य सचिव की दौड़ में नहीं है। हालांकि, डॉ. सिद्धार्थ लंबे समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं। ऐसे में उनके नाम की भी चर्चा हो रही है। बतौर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के साथ साथ कैबिनेट सचिवालय के अपर मुख्य सचिव भी हैं। डॉ. एस सिद्धार्थ 1991 बैच के IAS अधिकारी हैं। वो 30 नवंबर 2025 को रिटायर्ड होंगे।