पटना में एक अफगानी नागरिक द्वारा अपनी असली नागरिकता छिपाकर भारतीय पासपोर्ट बनवाने का मामला उजागर हुआ है। यह खुलासा तब हुआ जब रिजनल पासपोर्ट ऑफिसर ताविशी बहल पांडेय ने 23 नवंबर 2023 को एसएसपी राजीव मिश्रा को इस संदर्भ में शिकायत भेजी। मामले की गंभीरता को देखते हुए, गांधी मैदान थाना में 16 अगस्त को बली खान के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मामला आइपीसी की धारा 467, 468, 471 और पासपोर्ट एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
बली खान, जो कि एक अफगानी नागरिक है, ने 16 मार्च 2023 को पटना के पासपोर्ट कार्यालय से भारतीय पासपोर्ट बनवाया था। पासपोर्ट नंबर डब्ल्यू 7177815 के तहत उसे यह पासपोर्ट जारी किया गया। हालांकि, जब पासपोर्ट कार्यालय को बली खान पर शक हुआ, तो जांच में यह सामने आया कि उसने अपनी अफगानी नागरिकता छिपाकर भारतीय नागरिकता का दावा किया था। उसने पटना के फ्रेजर रोड स्थित सुपर मार्केट के बी ब्लॉक, फ्लैट नंबर 303 को अपना पता बताया था और आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, जिनके आधार पर उसे पासपोर्ट जारी कर दिया गया।
पासपोर्ट अधिकारी ने इस मामले में पुलिस को बताया कि बली खान ने अपनी असली नागरिकता छिपाकर भारतीय नागरिकता का दावा किया और पासपोर्ट बनवा लिया। यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हो सकता है। गांधी मैदान थानाध्यक्ष ने बताया कि बली खान को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ में बली खान ने बताया कि वह पिछले 20-25 वर्षों से पटना में कपड़े का कारोबार कर रहा है। उसके पिता जंगुल खान भी यहीं रहते हैं। बली खान ने अपने पासपोर्ट आवेदन के लिए दिए गए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की सत्यता का दावा किया, और पुलिस को आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि दस्तावेज भी दिखाए। पूछताछ के बाद फिलहाल उसे छोड़ दिया गया है, लेकिन जांच अभी जारी है और अंतिम निर्णय जल्द लिया जाएगा।
इस मामले में एक और सवाल उठता है कि जब पासपोर्ट अधिकारी ने पिछले साल 20 नवंबर को एसएसपी को शिकायत भेजी थी, तो केस दर्ज करने में नौ महीने का समय क्यों लग गया? पासपोर्ट अधिकारी ने अपनी लिखित शिकायत के साथ सभी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, इसके बावजूद इस मामले में इतनी देर से कार्रवाई क्यों की गई, यह जांच का विषय है।