[Team Insider] शहर की मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन के साथ मंगलवार को मोरहाबादी मैदान स्थित पानी टंकी के समीप टाना भगतों से संबंधित स्थल का निरीक्षण किया। टाना भगतों ने आरोप लगाया है कि संबंधित स्थल पर रांची नगर निगम की ओर से मार्केट का निर्माण कराया जा रहा है। जिसके कारण उनके आश्रय स्थल पर भी निर्माण कराया जा रहा है।
मार्केट का निर्माण कराएं
टाना भगतों का कहना है कि निर्माण कार्य के दौरान आश्रय स्थल पर पूर्व से निर्मित शेड को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस मामले को लेकर टाना भगतों ने मेयर डॉ. आशा लकड़ा से शिकायत कर हस्तक्षेप करने की मांग की थी। निरीक्षण के दौरान मेयर ने नगर आयुक्त मुकेश कुमार से फोन पर बात कर निर्देश दिया कि टाना भगतों के आश्रय स्थल से संबंधित जगह को छोड़कर मार्केट का निर्माण कराएं। ताकि उन्हें भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
झारखंड के आठ जिलों में टाना भगत का निवास
टाना भगतों के अनुसार झारखंड के आठ जिलों में टाना भगत निवास करते हैं। अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी नीति के तहत तीन सीमानी टाना भगतों का समूह वर्षों से रांची के मोरहाबादी स्थित पानी टंकी के एक भू-भाग पर रह रहे हैं। अक्सर संगठन के सांस्कृतिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रम के दौरान रात होने पर संबंधित स्थल पर ही ठहरते हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर उनके कार्यों में बाधा पहुंचाई गई थी। संबंधित स्थल पर निर्माण कार्य कराया जा रहा था।
टाना भगतों का समूह पहुंचा मुख्यमंत्री आवास
उन्होंने एक फरवरी को इस मामले की जानकारी जिला प्रशासन और रांची नगर निगम के अधिकारियों को दिया था।लेकिन निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई गई। अंततः लाचार होकर टाना भगतों का समूह सोमवार की शाम लगभग चार बजे कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंच गया था। इस क्रम में उन्होंने सीएम से मिलने के लिए घंटी भी बजाई। फिर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय भेज दिया। सीएमओ में उन्होंने आधे घंटे तक घंटा और शंख बजाया। इसके बाद उन्होंने सीएमओ सचिवालय में संबंधित अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा