रांची: अलकायदा के आतंकी डाक्टर इश्तियाक के कारनामें होश उड़ाने वाले है। अलकायदा की पहुंच अब मुस्लिम कंट्री से निकल कर एशियन देशों तक हो रही है। अब ये झारखंड तक आ गयी और इस बात से बेखबर राज्य के सुरक्षा तंत्र और खुफिया विभाग गहरी नींद में सोई रही। आतंकी मॉड्यूल अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट के सरगना डॉक्टर इश्तियाक की गिरफ्तारी के बाद जो खुलासे हो रहे वो वाकई चिंता जनक है। यह आतंकी डॉक्टर अपने पैसेवाले मरीजों को निशाना बना कर उनपर धर्म के नाम पर ब्रेनवाश करता था। उन्हे आतंक फेलाने के लिए उकसाता था। इसके साथ ही उन्हे अपपने संगठन से जोड़ लेता और उसके द्वारा नए युवा आतंकीयों की खेजबीन करता।
ये सब कुछ राज्य की पुलिस खुफिया विभाग के नाक के नीचे होता रहा और राज्य की खुफिया तंत्र चैन की नींद सोती रही। बता दे आतंक के इस डाक्टर ने राजस्थान के एक कैंप में छह आतंकियों को एके-47 चलाने की ट्रेनिंग दिला रहा था। इसी दौरान हजारीबाग से पकड़ा गया अन्य आतंकी फैजान अपने बेटे का इलाज कराने इश्तियाक के पास पहुंचा था। इसी के साथ फैजान के ब्रेन वाश कर उसे अपने आतंक के गिरोह में एंट्री दिला दी और अपने इस आतंकी माड्यूल का हिस्सा बना लिया। बता दें फैजान हजारीबाग में डायपर का होलसेल का बिजनेस करता है। इसी दौरान फैजान अपने दूसरे बेटे की बीमारी के इलाज को लेकर डॉ इश्तियाक के संपर्क में आया था। अस के बाद फैजान डाक्टर के आतंकी संगठन का हिस्सा बन गया। अबतक हजारीबाग से आधे दर्जन से अधिक संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। पढ़े-लिखे परिवारों के युवा आतंकवादियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। फैजान भी एक संभ्रांत परिवार से है। उसके पिता अब्दुल रशिद ओडिशा में इंजीनियर थे। उसकी मां शिक्षिका रही हैं। सूचना के अनुसार फैजान ने ग्रेजुएशन तक शिक्षा पाई है। बावजूद इसके शिक्षा भी धर्मांधता और कट्टरपन को रोक नहीं पा रही।