पटना के इस्कॉन मंदिर में रात 12 बजे भगवान कृष्ण का अवतरण हुआ। बांके बिहारी को 56 भोग चढ़ाया गया। इसके साथ ही पूजा अर्चना की गई। इस दौरान मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु की भीड़ जुटी थी। वहीं, जन्माष्टमी के अवसर पर पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। मंदिर के दूसरे तल पर स्थित धनुर्धारी अर्जुन के सारथी बने भगवान कृष्ण के दिव्य स्वरूप की पूजा हुई। मध्य रात्रि 12 बजे से ठीक पहले कन्हैया को धनिया से तैयार पंजीरी और शीतल प्रसाद का भोग लगाया गया। ठीक 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण की जन्म आरती हुई।
इससे पहले, देर शाम लाखों की संख्या में पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई। इससे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कई श्रद्धालुओं को चोट आई है। जिस वक्त ये घटना हुई, उस दौरान मंदिर के बाहर और अंदर 1 लाख लोगों की भीड़ मौजूद थी। मंदिर के अंदर और बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। पुलिस और जिला प्रशासन लगातार मौके पर कैंप करते रहे। मंदिर में 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया।
वहीं, पटना के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं के बाइक, चेन और मोबाइल छिनतई के 12 से अधिक मामले सामने आए हैं। घटना को लेकर कोतवाली थाने में पीड़ित श्रद्धालुओं ने शिकायत दर्ज कराया है। सवाल यह है कि पटना जिला के सभी थानों की पुलिस की तैनाती के बादवजूद श्रद्धालुओं के साथ इस तरह की घटना होने पर पटना पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है।