केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने जातीय जनगणना के समर्थन में बयान दिया है। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सोमवार (26 अगस्त) को कहा कि हम लोग शुरू से ही पूरे देश में इसको कराने की मांग करते रहे हैं। वह (चिराग पासवान) खुद केंद्र सरकार के पार्ट हैं अगर केंद्र सरकार नहीं कर रही है तो वो खुद नहीं कर रहे हैं। उनकी करनी और कथनी में बहुत फर्क है।
बता दें कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर देश भर में सियासत गरमाई हुई है। विपक्षी नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव इसकी पुरजोर पैरवी कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी से अलग एनडीए में कई नेता इस मुद्दे पर अलग राय रख रहे हैं। एनडीए सरकार का हिस्सा लोजपा आर भी जातीय जनगणना कराने का पक्षधर है।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हम लोगों ने कितनी बार इसको पार्लियामेंट में उठाया है, लेकिन केंद्र सरकार ने मना कर दिया कि नहीं करेंगे। हम लोग तो डेलिगेशन भी लेकर मिलने गए थे, लेकिन प्रधानमंत्री ने मना कर दिया। जब हमारी सरकार बनी तो हम लोगों ने बिहार में जाति आधारित गणना करवाई और आरक्षण दिया, लेकिन शेड्यूल 9 में ये लोग नहीं डाल रहे हैं।
चिराग पासवान ने क्या कहा था?
बता दें कि चिराग पासवान ने राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना का समर्थन किया है। रांची में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए रविवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि उनकी पार्टी ने इसे लेकर अपना रुख हमेशा से ही स्पष्ट रखा है। हम लोग चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो। इसके साथ ही चिराग ने ये भी कहा था कि यदि इसके आंकड़े सार्वजनिक किए गए तो समाज में विभाजन पैदा होगा।