रांची: झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन कर मईयां सम्मान योजना में दाखिल किए गए पीआईएल को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि झारखंड राज्य की महिलाओं को सम्मान के साथ आर्थिक स्वालंबन की योजना का लाभ मिले। इसलिए किसी शातिर भाजपाई ने इस मुद्दे पर अदालत में पीआईएल करवाया है। भाजपा शासित राज्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ में इसी तरह की योजनाएं इन्हें नहीं दिखती। लेकिन झारखंड में भाजपा महिलाओं के कल्याण की योजना को बंद कराना चाहती है क्योंकि वह डर गई है।
बता दें झारखंड हाईकोर्ट में मईयां सम्मान योजना को लेकर पीआईएल दायर किया गया है। इस याचिका को दया करने वाले प्रार्थी सिमडेगा निवासी विष्णु साहू हैं। अपनी याचिका में विष्णु साहू ने कहा है कि राज्य सरकार किसी व्यक्ति विशेष को उसके खाते में सीधे राशि नहीं दे सकती है। सरकार जनता के टैक्स से चलती है। जनता से प्राप्त पैसा कल्याणकारी योजनाओं में लगाना होता है। झारखंड में अगले एक-दो माह में विधानसभा का चुनाव संभावित है। प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए इस तरह की योजना लायी है। वहीं इसे लेकर झामुमों भी भाजपा पर आरोप लगा रही कि वो महिलाओं की कल्याणकारी योजनाओं को बंद करवाना चाहती है से सब बीजेपी के इशारे पर हो रहा है। इस प्रेस कांफ्रेंस में सुप्रिसों ने हरियाणा के मतदान की तारीख बदलने पर भी बीजेपी के साथ साथ् इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित मदनलाल बरौली के आवेदन में जिस तर्क के आधार पर मतदान की तिथि बढ़ाई गयी वह हास्यास्पद है।
आज निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता और संवैधानिकता पर प्रश्नचिह्न लग गया है।वही उन्होंने कहा कि हरियाणा में जनता का विश्वास खो चुकी भाजपा ने टैम्परिंग और अन्य अनैतिक कार्य करने के लिए मतदान की तिथि को बढ़वाया है। लेकिन इससे जनता का मूड नहीं बदलने वाला। बता दें कि हरियाणा में 1 अक्टूबर की जगह 5 अक्बूटर को मतदान होगा। इस बदलाव को लेकर चुनाव आयोग की तरफ बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि हरियाणा में आगामी त्योहार के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है। वहीं चुनाव आयोग को हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने के लिए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा बीकानेर, राजस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष से एक ज्ञापन प्राप्त हुआ था। इसमें लिखा था कि पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के परिवार गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर में वार्षिक उत्सव के लिए ‘आसोज’ महीने की ‘अमावस’ पर राजस्थान में अपने पैतृक गांव मुकाम आते हैं।
इस वर्ष यह त्योहार 2 अक्टूबर को है और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार इस दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें अपना मताधिकार नहीं मिल पाएगा। बीजेपी और इंडियन नेशनल लोक दल ने आयोग से लिखित रूप से अनुरोध करते हुए कहा था कि चुनाव की तारीख (1 अक्टूबर) को आगे बढ़ाया जाए क्योंकि यह तारीख सप्ताहांत, सार्वजनिक छुट्टियों और धार्मिक त्योहारों से टकरा रही है। इस तारीख के बदलने को लेकर सुप्रियो ने कहा कि अगर यही करना है तो फिर चुनाव की जरूरत क्या है। जहां जहां विधानसभा का चुनाव होना है वहां वहां एक एक सीट छोडकर कर बाकी सीटों पर भाजपा की जीत का ऐलान कर दे। आगे झामुमो नेता ने कहा कि दरअसल वर्तमान समय में ECI का मतलब एक्सटेंडेड कंपैन इंस्टिट्यूशन ऑफ बीजेपी बनकर रह गया है।