तेजस्वी यादव ने आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव से जब पूछा गया कि आजकल नीतीश कुमार मीडिया से बात नहीं कर रहे हैं उन्होंने कहा कि क्या कीजिएगा संगत का असर है। हमारे साथ थे तो जातिगत गणना कराया, आरक्षण बढ़ाया, बीजेपी आरएसएस के साथ चले गए हैं तो उन्हीं के संगत में आ गए हैं। आरक्षण खत्म करने की कोशिश हो रही है अब वह चुपचाप हैं, खामोश हैं। उन्होंने कहा कि वह क्रीमीलेयर तक पर नहीं बोलते।
तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल द्वारा यह कहे जाने पर कि भादो में जा रहे हैं जनता के बीच यह शुभ नहीं है। इस पर उन्होंने कहा कि जनता के बीच जब जाइए तब शुभ है। क्या प्रदेश अध्यक्ष पार्टी दफ्तर नहीं जाएंगे, क्या प्रदेश अध्यक्ष अपने क्षेत्र में नहीं जाएंगे। पूछियेगा उनसे कि क्या वह पार्टी दफ्तर आना छोड़ देंगे भादो में। इन लोगों को जनता से मतलब नहीं है, लेकिन जो लोग जनता के बीच जा रहे हैं उन पर हमला करना है।
लालू के समय गुंडों का जंगलराज था… नीतीश शासन में अधिकारियों का जंगलराज है : प्रशांत किशोर
लालू प्रसाद यादव द्वारा जातिगत गणना पर बीजेपी और आरएसएस पर ट्वीट को लेकर तेजस्वी ने कहा कि यह लोग बिल्कुल आरक्षण विरोधी लोग हैं। यह लोग बड़ी चतुराई से आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं ।आप देख लीजिए कि किस तरीके से बैक डोर से इन लोगों ने नियुक्ति की कोशिश की थी। आरएसएस बीजेपी आरक्षण विरोधी लोग हैं और यह लोग पूरी तरीके से आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। प्रशांत किशोर द्वारा व्यक्तिगत हमले किए जाने पर उन्होंने कहा छोड़िए, कितना लोग हैं लाइन में लगा हुआ। हमला करने दीजिए हमला करता है कुछ नहीं होता है।
लालू यादव के ट्वीट पर भड़के बीजेपी के नेता… दिलीप जायसवाल और विजय सिन्हा ने जमकर सुनाया
वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी के द्वारा आरक्षण को नवमी अनुसूची में डाले जाने वाले उसे बयान पर जिसमें उन्होंने कहा कि जो कानून नहीं है उसको कैसे डाला जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि 8 महीने से सरकार क्या कर रही थी। अभी तो दो-तीन महीना पहले हाई कोर्ट ने कानून को निरस्त किया हम लोगों ने कब भेजा। 6 महीने तक क्यों बैठी हुई थी। डबल इंजन की सरकार जवाब दे। नीतीश कुमार जी और विजय चौधरी जी आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं, यह आरएसएस की भाषा है।