रांची: पूर्व मंत्री व विधायक सरयू राय पर करोड़ो रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है। इस मामले में अरगोड़ा थाने में मामला दर्ज हुआ है। बता दें इनके खिलाफ अरगोड़ा हाउसिंग कालोनी में रहने वाले मनोज कुमार के बयान पर केस दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने अपने आवेदन में पुलिस को बताया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री, विभागीय मंत्री खाद्य विभाग के द्वारा पद और प्रभाव का दुरुपयोग कर आहार पत्रिका के मुद्रण प्रकाशन और वितरण की आड़ में अवैध तरीके से उक्त राशि का अनुचित लाभ प्राप्त करने और सार्वजनिक कर्तव्यों का अनुचित ढंग से निर्वहन कर आपराधिक षड़यंत्र के तहत अपने विश्वासपात्रों को अवैध रूप से नियुक्त किया गया है।
इस मामले को लेकर सरयू राय समेत निजी सचिव आनंद कुमार, सुनील शंकर, रितेश गुप्ता और जेपीपीएल के डायरेक्टर के खिलाफ केस हुआ है। इन सभी पर तीन करोड़ 38 लाख 26 हजार 473 रुपये का घोटाला करने का आरोप लगा है। वहीं इस मामले का लेकर पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में पूर्व मंत्री समेत सभी आरोपितों को नोटिस भेजा जाएगा। मंत्री सरयू सहित सभी आरोपियों पर धारा 314,316 (2),316 (3),316 (4),316 (5) और 61 (2) के तहत केस किया गया है। इसके साथ साथ सरयू राय पर भष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 की धारा 7,11,12,13 ( 2) भी लगाया गया है। इस केस का अनुसंधान करने की जिम्मेदारी अरगोड़ा थाना में पदस्थापित पुलिसकर्मी मुकेश कुमार को दी गई है।
वहीं इस मामले को लेकर सरयू राय ने बन्ना गुप्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भी इसी विषय पर मुझपर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। तीन सालों में ये छठा एफआइआर दर्ज कराया गया है। सरयू ने कहा कि पहले जमशेदपुर के दो लोगों ने इसी विषय पर मेरे खिलाफ एफआइआर कराया था। इसके बाद एसीबी में मामला दर्ज कराया गया। मामले को लेकर हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की। इसके बाद धुर्वा थाना में भी प्राथमिकी दर्ज करायी। अब अरगोड़ा थाना में एफआइआर दर्ज कराया है। इसका हाल भी वही होगा, जो पिछले पांच एफआइआर का हुआ है। सरयू राय ने कहा कि मंत्री बन्ना गुप्ता ने फाइल पर सरकार से मेरे खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इस पर सचिव सहमत नहीं हुए तो उन्होंने इस फाइल को कानूनी सलाह के लिए विधि विभाग के पास भेज दिया। इससे परेशान हो कर मंत्री बन्ना गुप्ता ने मेरे खिलाफ एक और एफआइआर दर्ज कराया है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है पिछले पांच एफआईआर की तरह ही इसका भी परिणाम होगा।