गया : मोक्ष की नगरी गयाधाम में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर (एक पखवाड़ा) तक लगने वाला पितृपक्ष मेला 2024 की तैयारियां अंतिम चरण में है। 2024 में आयोजित होने वाले पितृपक्ष मेला के यादगार आयोजन के लिए बिहार सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन सक्रिय भूमिका निभा रहा है। डीएम डा. त्यागरंजन एसएम और वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती पितृपक्ष मेला की तैयारी से संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र में लगभग प्रतिदिन भ्रमण कर समीक्षा बैठक कर आवश्यकताओं को पूरा करने का निर्देश दे रहे हैं।
टेंट सिटी का निर्माण
पितृपक्ष मेला में विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के आवासन सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार तथा पर्यटन विभाग द्वारा गया के गांधी मैदान में 2500 तीर्थ यात्रियों की क्षमता वाले सभी सुविधाओं से युक्त टेंट सिटी का निर्माण किया जा रहा है। टेंट सिटी में यात्रियों को नि:शुल्क आवासन की सुविधा दी जाएगी। विष्णुपद मंदिर प्रांगण के आलावा देवघाट, अक्षयबट्ट, प्रेतशिला, वैतरणी सरोवर सहित पिंडदान स्थलों के पास बरसात और तेज धूप से बचाव के लिए पंडाल का निर्माण किया जा रहा है।

26 अस्थाई स्वास्थ्य शिविर
मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर और पुलिस शिविर के लिए भी टेंट की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने पितृपक्ष मेला में आए तीर्थ यात्रियों की आकस्मिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए मेला क्षेत्र में 26 अस्थाई स्वास्थ्य शिविर लगाने की व्यवस्था की है। जिसमे 8 स्वास्थ्य शिविर 24 घंटा तथा शेष 18 शिविर में 16 घंटे स्वास्थ्य सेवा की निःशुल्क व्यवस्था है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में चिकित्सक, पैरामेडिकल कर्मी तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को रोस्टर बनाकर तैनात किया गया है।
पिंडदानियों के लिए विशेष सुविधा
जिलाधिकारी ने शहर में जाम की समस्या से मुक्त रखने के लिए कई मुख्य मार्गों में वाहनों का परिचालन वन-वे कर दिया है। पिंडदानियों के सुविधा के ख्याल से पिंडवेदियों तक आवागमन के लिए रिंग बस की सुविधा प्रारंभ की जा रही है। पिंडदान स्थल यथा देवघाट, सीताकुंड, सूरजकुंड, पिता महेश्वर, ब्रह्म सरोवर, रामशिला, प्रेतशिला, वैतरणी सरोवर के पास पर्याप्त संख्या में नाव, एसडीआरएफ की टीम और गोताखोर को प्रतिनुयुक्त किया गया है ताकि कोई पिंडदानी गहरे पानी में जाकर दुर्घटना का शिकार ना हो।
गया से डाल्टनगंज वाया इमामगंज तक जल्द बिछेगी नई रेलवे लाइन… 426 करोड़ रुपये की हुई स्वीकृति
ज्ञात हो कि एक पखवाड़े तक लगने वाले पितृपक्ष मेला में देश विदेश से लाखों लोग अपने पितरों के मोक्ष प्राप्ति के निमित्त गयाधाम में पिंडदान, तर्पण और कर्मकांड के लिए आते हैं। यहां आने वाले पिंडदानियों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए डीएम ने मेला क्षेत्र में शौचालय, पार्किंग, पेयजल, साफ सफाई, वृद्ध पिंडदानियों के लिए रैंप की व्यवस्था सुनिश्चित करने सहित कई निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा की विशेष व्यवस्था
इसके अलावा देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को आवश्यक जानकारी व सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए संवाद सदन समिति कार्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जहां तीन पाली में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि पितृपक्ष मेला की पूरी तैयारी कर ली गई है। पूरे मेला क्षेत्र को 17 सुपर जोन, 43 जोन और 324 सेक्टर में बांटकर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, महिला पुलिस पदाधिकारी और पर्याप्त संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल लगाए गए हैं। सभी को सुरक्षा के साथ-साथ सेवा भावना से कार्य करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए पूरा प्लान बनाया गया है।