बिहार के बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वहां के कर्मचारी आपस में ही भीड़ते दिखें। जहां पारा नर्सिंग स्टाफ और इनटर्न चिकित्सको के बीच बाहर की दवाई लिखने और गलत भाषा के प्रयोग को लेकर अस्पताल परिसर (Hospital Premises) मे जमकर मारपीट भी हुई। वहीं अस्पताल में हुई मारपीट के दौरान आधा दर्जन से अधिक इन्टर्न चिकित्सक और नर्सिंग होम स्टाफ घायल हो चुके है।
जांच का वादा
इस घटना के बारे में अस्पताल उपाधीक्षक श्रीकांत दूबे ने बताया की अस्पताल परिचारिका और इन्टर्न चिकित्सक के बीच किसी मामले को लेकर मारपीट हुई है, जिसकी जल्द जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों के परिजनों ने बताया कि अभी अस्पताल में इलाज नहीं हो रहा है, चिकित्सक इलाज करने से मना कर रहे है। दूसरी तरफ अस्पताल परिचारी रश्मि सिंह ने बताया कि जब आज हमलोग मरिजों का इलाज कर रहे थे तब इन्टर्न चिकित्सक आए और उनसे मार पिट करने लगे। तभी हम सभी ने एक रूम मे बंद होकर अपनी जान बचाई। उन्होंने आगे बताया कि इन्टर्न चिकित्सक आए और बैंडेज से आग का गोला बना कर फेकने लगे।
मरीजों को सही दवा नहीं लिखने पर हुआ विवाद
हालांकि इस मामले में इन्टर्न चिकित्सक चिरंजीवी राज का कहना है की मरीज को सही दवा नहीं लिखा जा रही थी जिस कारण पहले बहस हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। तभी इन्टर्न चिकित्सक ने मरीजों की सुरक्षा की गारंटी की मांग करने लगे। यहीं नहीं इन्टर्न चिकित्सकों ने पुलिस पर भी सुरक्षा देने के बदले मारपीट करने का आरोप लगाया हैं।