रांची: झारखंड में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश ने लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार बांग्लादेश के तट पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर झारखंड में देखने को मिला रहा है। इस कारण ही पिछले तीन दिनों से झारखंड सराबोर है। खराब मौसम को लेकर मौसम विभाग ने कई जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। बता दें झारखंड में इसी खराब मौसम के कारण पिछले दिनों पीएम मोदी का विशेष विमान भी उड़ान नहीं भर सका था। वहीं सोमवार से बारिश और तेज हो गयी है। राज्य में छह जिले गुमला, खूंटी, सिमडेगा, सरायकेला खरसांवां, पूर्वी सिंहभूम व पश्चिमी सिंहभूम में मौसम केंद्र ने रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं रांची, लोहरदगा, लातेहार, पलामू व गढ़वा में ऑरेंज और चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो व धनबाद में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बताते चलें कि इस अनवरत बारिश के कारण रांची के मांडर प्रखंड क्षेत्र में कई कच्चे मकान गिर गए हैं। तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण कई मिट्टी के कच्चे मकान मिट़टी में मिल गए हैं। इनमें मांडर के हेष्मी निवासी शुसीला देवी और मन्दरो निवासी गंगू उरांव ओ सयुफ अंसारी का मकान गिर गया है। इस प्राकृतिक आपदा में अपने घरों के गिर जाने के बाद लोगों ने स्थानीय प्रशासन और जन प्रतिनिधियों से मकान के मरम्मत करने को लेकर मुआवजा दिलाने की मांग की है। वहीं जानकारी देते हुए जिला परिषद के प्रतिनिधि रबुल अंसारी ने बताया कि कई लोग अत्यंत गरीब हैं जो पैसे के अभाव में पक्का मकान बना नहीं पाए हैं उनको सरकारी स्तर पर पदाधिकारी तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही उन्होंने अबुआ आवास या प्रधानमंत्री आवास योजना से उनके मकानों को बनवाने की मांग की है।