बिहार की NDA टीम में दरार झलक रहा है। दोनों की बड़ी पार्टी एक दूसरे से दूरी बनाते नज़र आ रही है। जिसके कारण सरकारी बैठक भी अब पार्टी का कार्यक्रम नज़र आने लगा है। सीएम नीतीश की टीम भाजपा नेता को शामिल करना मुनाज़िब नहीं समझ रही तो वही कुछ ऐसा ही हाल भाजपा मंत्री का भी है। ऐसा में सभी से जुबान पर एक ही बात आ रही है कि ‘दया… कुछ तो गड़बड़ है।
दरअसल, NDA की दोनों अहम पार्टी JDU और BJP अपनी अलग राह अपनाये हुए है। दोनों की पार्टी के नेता क्रेडिट खाने की होड़ में तेजी से भाग रहे है। अभी कुछ दिन पहले जब केंद्र सरकार ने बिहटा एयरपोर्ट को मंजूरी दे दी, तो उसी रात सम्राट चौधरी ने प्रेस रिलीज़ जारी कर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दे दिया था। वहीं, ये देखते ही अगले दिन सीएम नीतीश बिना किसी भाजपा नेता को साथ लिए बिहटा निरीक्षण करने पहुंच गए।
वहीं, 19 सितंबर को पटना में नगर विकास के कार्यक्रम में एक भी जदयू नेता मौजूद नहीं दिखे। ऐसे में वह पूरा कार्यक्रम भाजपा की बैठक लग रही थी। इसके अलावा भी पिछले हफ्ते जब सीएम नीतीश ने क्राइम कंट्रोल को लेकर बैठक की तो उसमें कोई भी भाजपा नेता शामिल नहीं हुआ। ऐसे में इन्हीं सब बातों को लेकर बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्मी बढ़ते जा रही है।