राष्ट्रीय कवि और प्रसिद्ध लेखक स्व. रामधरी सिंह दिनकर की जयंती पर ‘ दिनकर पुष्पांजलि समारोह’ का आयोजन रामधारी सिंह दिनकर संस्था द्वारा किया गया। इस मौके पर राष्ट्रकवि दिनकर के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
दिनकर पुष्पांजलि समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि दिनकर सदा राष्ट्रवाद और राष्ट्रीयता के लिए समर्पित रहे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सेना सीमा पर सुरक्षा के लिए हमेशा खड़ा रहता है उसी प्रकार से रामधारी सिंह दिनकर अपने काव्य भावना से वीर रस भावना से क्रांतिकारी अलख जगाने का काम किया।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि उसी मनुष्य का जीवन सफल है जिसके आने पर खुशी और जाने पर आंखो मे आंसू हो उनमे से एक थे दिनकर। दिनकर कोई मामूली व्यक्ति नही थे वे सच्चे राष्ट्रीयता का अलख जगाने वाले नायक थे।उन्होंने कहा कि दिनकर की कविता मे ओज,विद्रोह, आक्रोश,क्रांतियता, कोमलता ,श्रृंगारिता का खूबसूरत संयोजन देखने को मिलता है। दिनकर लेखक भी थे,कवि भी थे,निबंधकार भी थे जिसका सम्मिश्रण इनके रचनाओ मे मिलता है।
उन्होंने कहा कि मानव का जन्म ही परोपकार के लिए हुआ है और यह जन्म भी तभी सार्थक है जब वह परोपकार करे।इससे पहले स्वागत भाषण और अभिनंदन रविन्द्र रंजन ने किया एवं विषय प्रवेश डाॅ सहजानंद प्रसाद सिंह ने किया।इससे पहले भाजपा अध्यक्ष डॉ. जायसवाल दिनकर गोलंबर पहुंचे और वहां राष्ट्रकवि दिनकर जी की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और नमन किया।