पिछले दिनों कवियित्री अनामिका जैन अम्बर के पति कवि सौरभ जैन सुमन के बारे में उनकी मां को एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि सौरभ सुमन ने किसी लड़की का रेप कर उसकी हत्या कर दी है। साथ ही खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताने वाले शख्स ने केस रफादफा करने के लिए 1 करोड़ रुपए की रकम मांगी। इस पूरी घटना में जिस पुलिस अधिकारी के तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, वो बिहार कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं।
अनामिका जैन अम्बर की सास सरिता जैन के पास जिस नंबर से कॉल आया था, उसका कोड पाकिस्तान का है। यह कॉल व्हाट्सएप पर आया। चूंकि अनामिका की सास सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया से खास फ्रेंडली नहीं थी, इसलिए वे पुलिस वाले की तस्वीर से धोखा खा गई। हार्ट पेशेंट सरिता जैन की तबीयत बिगड़ने लगी। तब तक घर वालों को भी ये बात पता चली तो सबने सौरभ के नंबर पर कॉल किया, जो बिल्कुल ठीक थे। सौरभ ने बताया कि कोई फेक कॉल होगा।
सौरभ के बताने के बाद भी सरिता जैन को विश्वास नहीं हो रहा था क्योंकि उन्होंने व्हाट्सएप कॉल पर जो तस्वीर देखी थी, वो एक पुलिस ऑफिसर की थी। लेकिन सौरभ के सही सलामत होने से यह साफ हुआ कि तस्वीर का भी गलत इस्तेमाल हो रहा है। दरअसल, जिस पुलिस वाले की तस्वीर को उस साइबर अपराधी ने अपने व्हाट्सएप की डीपी पर लगाई है, वो तस्वीर विकास वैभव की है। विकास वैभव बिहार कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं। एनआईए में भी काम कर चुके विकास वैभव की तस्वीर का गलत इस्तेमाल पाकिस्तान से जुड़े साइबर अपराधी कर रहे हैं।