रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर पोस्ट के माध्यम से हेंमत सरकार के खिलाफ हलला बोला है। उन्होंने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को भी झारखंड कामचोरी चयन आयोग का नाम दिया है। इसे लेकर बाबूलाल ने कहा कि झारखंड कामचोरी चयन आयोग द्वारा पिछले साल 29 और 30 अक्टूबर को ‘ झारखंड नगरपालिका सेवा संवर्ग संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा -2023’ के 921 पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के 9 महीने बाद भी अभी तक फाइनल आंसर-की जारी नहीं की गई, रिजल्ट तो दूर की बात है।
परीक्षा परिणाम को लेकर अभ्यर्थी राजभवन के पास धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है क्योंकि माननीय मुख्यमंत्री जी को देश भ्रमण करने के लिए तो फुर्सत और वक्त दोनों मिल जाता है, परंतु छात्रों की समस्याओं को सुनने तक के लिए न समय है, और न ही फुर्सत। वहीं अपने दूसरे ट्वीट में मरांडी ने लिखा कि और देखते ही देखते परीक्षा को आयोजित हुए साल भर होने को है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी अब भी नहीं चाहते कि आपका रिजल्ट जारी हो और आपकी बात, आपका अधिकार सुर्खियों और चर्चाओं में आए, क्योंकि हेमंत सोरेन का असली मकसद आपको अंधेरे में रखकर आपके भविष्य के साथ खेलना है तथा अपनी राजनैतिक कुंडली चमकाना है। दरअसल युवाओं की उपस्थिति और उनकी क्रांतिकारी आवाज अब हेमंत जी को चुभने लगी है, इसलिए अब हमें रुकना नहीं है, आगे बढ़ना है अपने अधिकारों और अपनी नौकरी के खातिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मुकाबला करना है।