लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष एवं दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 44 साल का सपना पूरा हो गया है। वह जिस दुनिया में हैं, वहां से यह पल देखकर खुश हो रहे होंगे। उनकी दोनों पत्नियों ने उनकी आत्मा को बड़ी शांति पहुंचाई है।
पहली बार दोनों पत्नियां मिली गले
रामविलास पासवान की दोनों पत्नियां पहली बार एक-दूसरे के गले लगी हैं। शुक्रवार को सांसद चिराग पासवान अपनी मां रीना के साथ पैतृक गांव खगड़िया पहुंचे। यहां रीना और रामविलास की पहली पत्नी राजकुमारी एक-दूसरे से गले मिली। यह सुखद तस्वीर देखकर शहरबन्नी गांव के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दोनों मां ने चिराग को एक साथ आशीर्वाद दिया।
हाल में चिराग अपने फूफा के भी घर गए थे
चिराग पासवान पिछले हफ्ते अपने फूफा के घर खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड गए थे। यहां उनकी बुआ दुलारी देवी ने चिराग की आरती उतारी थी और तिलक किया था। इस दौरान उनकी मां रीना भी थी। दरअसल, पार्टी के नेतृत्व को लेकर चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस के रिश्ते बिखर गए हैं। दोनों एक-दूसरे से बेहद नाराज हैं। ऐसे में चिराग अब अपने सभी रिश्तेदारों से मिल रहे हैं और उनसे आशीष ले रहे। इसमें उनकी मां रीना पासवान भी उनका साथ दे रहीं हैं।
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