पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव (Purnia MP Pappu Yadav) ने बाढ़ को लेकर सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं। पूर्णिया में संवाददाता सम्मेलन कर उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा की है कि 7000 बाढ़ पीड़ितों को दिया जाएगा लेकिन अभी तक किन-किन को राशि मिली है? उन्होंने आरोप लगाया कि एक भी कम्युनिटी किचन अभी नहीं चल रहा है। सिर्फ पप्पू यादव का कम्युनिटी किचन चल रहा है। 7 बांध टूटे हैं, हम सभी का दौरा किये हैं। कहीं जनरेटर नहीं है, चापाकल नहीं है, नाव नहीं है, महिलाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, हमने सब चीज की व्यवस्था की है।
पप्पू यादव ने बताया कि अभी तक उन्होंने 7 लाख पैकेट सूखा राशन बाढ़ पीड़ितों के बीच भेजा है। 6 दिन बाद सरकार हेलिकॉप्टर से राहत भेजी वो भी जब एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो वो भी अब बंद हो गया है। जहाँ NDRF लगे हैं वहां तेल की व्यवस्था नहीं है। जब तक तेल आता है, लोग बचाने जाते हैं तब तक आदमी मर जाता है। हर जगह वही स्थिति है। सब भगवान भरोसे है। कब तक गरीब ऐसे जिंदगी जियेगा। 72 घंटे पहले ही सूचना मिल गई थी कि पानी बढ़ेगा, लेकिन कोसी के लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया।
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पप्पू यादव ने बताया कि बाढ़ से पूरे बिहार के 32 लाख व्यक्ति प्रभावित हैं जबकि सरकारी आंकड़ा 17 लाख बता रहा है। किसानों के मवेशी नदी में बह गए जो उनकी जीविका के साधन होते थे। पूरी जिन्दगी उनकी उसी से चलती है। वहीं केंद्र सरकार ने जो राशि बाढ़ से निपटने के लिए दी थी वह राशि क्या हुई? उन्होंने सरकार से आग्रह किया की प्रति परिवार 2 लाख रुपैया सहायता राशि देना चाहिए। पिछली बार जब पीएम आये थे तब भी 5 लाख की घोषणा हुई थी वो पैसा कहां गया। बाढ़ क्षेत्र घोषित करिए और उसी हिसाब से लोगों की मदद करिए।