[Team insider] अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् रांची महानगर द्वारा लिए रांची विश्वविद्यालय से लेकर फिरायालाल चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया। दरअसल तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सेक्रेड हाई स्कूल में मतांतरण के दबाव के कारण आत्महत्या को मजबूर होने वाली छात्रा, लावण्या को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्टालिन के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभाविप के कार्यकर्ताओं से पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यावहार करते हुए अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी, राष्ट्रीय मंत्री मुथु रामलिंगम, दक्षिण प्रांत प्रदेश मंत्री सुशीला सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
लावण्या को न्याय मिलने तक संघर्षरत
राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य विनीता इंदवार ने कहा की लावण्या के आत्माहत्या को आज एक महीना हो गया है। मगर अभी तक “तमिलनाडु सरकार तथा प्रशासन, लावण्या की आत्महत्या को लेकर कोई प्रतिक्रिया नही दिया है और सरकार मामले को दबाने के लिए हर संभव हथकंडे अपना रहे हैं परंतु अभाविप का प्रत्येक कार्यकर्ता लावण्या को न्याय मिलने तक संघर्षरत रहने के लिए प्रतिबद्ध है।
सरकार की असंवेदनशीलता प्रदर्शित होती है
वहीं मौके पर प्रदेश सोशल मीडिया संयोजक रोहित दुबे ने कहा की लावण्या आत्महत्या मामले में राज्य सरकार की असंवेदनशीलता इस बात से प्रदर्शित होती है कि सरकार मद्रास उच्च न्यायालय के सीबीआई जांच के आदेश के ख़िलाफ़ सर्वोच्च न्यायालय में अर्ज़ी लगाने पहुंच गई थी। परंतु सर्वोच्च न्यायालय ने याचिका को खारिज़ करते हुए और उच्च न्यायालय के फ़ैसले को मान्य रखते हुए, मामला सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया।