रांची: झारख्ंड चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग ने जनता दल यूनाईटेड का चुनाव चिन्ह बदल दिया है। निवार्चन आयोग ने जदयू को सिलेंडर छाप चुनाव चिन्ह आंवदित किया है। बता दें इस निर्णय के बाद झारखंड में पार्टी सिलेंडर छाप पर चुनाव मैदान में उतरेगी। इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा पत्र जारी कर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव को सूचित कर दिया है। बताया जा रहा कि यह चुनाव चिन्ह झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए आवंटित किया गया है। वही इससे पूर्व झारखंड में जेडीयू का चुनाव चिन्ह ट्रैक्टर चलाता किसान था।
इस बारे में जानकारी देते हुए जदयू के प्रदेश महासचिव संतोष सोनी ने कहा कि गैस सिलेंडर चुनाव चिन्ह के आधार पर ही हम चुनाव मैदान में उतरेंगे। इसके लिए पार्टी द्वारा तैयारियां पूरी की जा रही हैं। आगे संतोष ने कहा कि इस आयोग के इस निर्णय से पार्टी को परेशानी जरूर हुई है, लेकिन इसे दूर करने में हमलोग जरूर सफल होंगे और मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। देखा जाय तो ये पहला मौका नहीं है जब जदयू का चुनाव चिन्ह को बदला गया है। इससे पूर्व भी 2019 के चुनाव से पहले जेएमएम की शिकायत पर झाखंड चुनाव से पहले जदयू को अपने चुनाव चिन्ह तीर को छोड़ना पड़ा था।
2019 में निवार्चन आयोग के द्वारा जदयू को ट्रैक्टर चलाता किसान चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया था। दरअसल चुनाव चिन्ह को लेकर जदयू और झामुमो की खींचतान पुरानी है। बिहार चुनाव के समय जदयू की शिकायत पर झामुमों को अपने चुनाव चिन्ह से हाथ धोना पड़ गया था अब झामुमो की शिकायत पर जदयू को अपने चुनव चिनह से हाथ धोना पड़ गया है। बताते चलें कि झारखंड में चुनाव की घोषणा हो गयी है। सभी दल अपनी तैयारियों में जुट चुके हैं। ऐसे ऐन वक्त में किसी पार्टी का चुनाव चिन्ह का बदल जाना पार्टी को मुयकिल में डालने जैसा है।