रांची: चुनाव आयोग के द़वारा निर्वाचन तिथियों की घोषणा के बाद जेएमएम और ईंडी दलों की नाराजगी साफ दिख रही है। जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भटाचार्य ने चुनाव आयोग और बीजेपी को एक फिल्म में धोखेबाज और ठग की भूमिका निभानेवाले चरित्र बंटी और बबली करार दिया था और आरोप लगाया था कि ये दोनो की मिली भगत से ही एक महिने पहले चुनाव कराए जा रहें हैं। वहीं जेमएमएम के इस आपत्तिजनक बयान को लेकर बीजेपी खेमें से भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
इस बाबत नेता भाजपा नेता अमर बाउरी ने हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन को निशाने पर लेते हुए कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त बंटी ने राज्य की जनता को ठगा और अबकी बार बबली भी ठगने के लिए उतर आई है। बंटी ने 2019 में पलामू को उपराजधानी बनाने का आश्वासन दिया था और अब बबली गढ़वा को उपराजधानी बनाने की बात कह रही है। ऐसे में इनके झूठे वादे को जनता समझ चुकी है। विधानसभा चुनाव में इन्हें सत्ता से बाहर कर राज्य में सुशासन का मौका भाजपा और एनडीए को जरूर देने का काम करेगी। वहीं बाउरी ने बांगला देश घुसपैठ के मुद़दे को लेकर कहा कि घुसपैठ हमारा चुनावी मुद्दा नहीं है ये मुद्दा देश की सुरक्षा का है।
यह मुद्दा राष्ट्र की अस्मिता का है। इस मुद्दे पर हमें वोट मिले या न मिले हम इस मुद्दे को उठाते ही रहेंगे। इस विषय पर बाउरी ने कहा कि जिस तरह से राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण डेमोग्राफी बदल रही है, ऐसे में हमारा कर्तव्य है कि इसे हम जनता को बताएं और जो पार्टियां इसे अपना वोट बैंक बनाती रही हैं, उसे उजागर करें। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के वक्त जनता के बीच इसे ले जाने का निर्णय लिया है।