रांची: ईंडी गइबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मामला फंसता हुआ दिख रहा है। आज ही सीएम ओर कांग्रेस के नेता गुलाम अहमद मीर ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर बताया कि वो झारखंड की 91 सीटों में से 70 सीटें आपस में बांट चुके है और शेष 11 सीटें राजद और लेफ्ट के लिए छोड़े हैं। बता दे इस कांफ्रेंस से राजद नेता तेजस्वी यादव गायब थे जबकि वो रांची के ही रेडिशन ब्लू होटल् में ठहरे हुएं हैं। इस प्रकार से संयुक्त प्रेसवाता में ईडी गठबंधन दल के एक घटक दल के नेता का दूर रहना सवाल तो खड़े कर रह है वहीं सीट बंटवारे को लेकर ये बात सामने आई है कि इस बात से राजद प्रसन्न नजर नहीं आ रहा है। इसे लेकर राजद नेता मनोज झा ने कहा, “हमारा (राजद) पूरा नेतृत्व यहां है। आज सुबह बैठक हुई और उस बैठक में ये पाया गया कि ताकत जनाधार की है जो राजद के पक्ष में है। पिछली बार हम 7 सीटों पर लड़े क्योंकि लालू यादव का हृदय विशाल था। हमारा लक्ष्य था भाजपा को हटाओ जो आज भी है। दुख के साथ कहना पड़ता है कि एक तरफा फैसला लिया गया। अलग-अलग जिलों में हमारी जो मौजूदगी है वो बहुत ताकतवर है। हम अपने गठबंधन के सहयोगियों को कहेंगे कि उसके अनुसार फैसला लें। कल से हमारे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव यहां (रांची) हैं, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव यहां हैं। सब लोगों के होने के बावजूद अगर गठबंधन की बनावट की प्रक्रिया में आपने हमें संलग्न नहीं किया तो इस बात का दुख तो होता है। कष्ट इसलिए भी होता है कि हमारी ताकत शायद बहुत ज्यादा है। हम लोगों ने 15 से 18 ऐसी सीटें चिह्नित की हैं जहां हम शायद अकेले भी भाजपा को परास्त करने में सक्षम हैं। तमाम विकल्प खुले हुए हैं क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की मनोभावना को दरकिनार करके आगे चले यह उचित नहीं लगता।
वहीं झारखंड में सीट बंटवारे को लेकर राजद की निराशा पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, किसी से कोई नाराजगी नहीं है। सब ठीक चल रहा है। झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “सीट बंटवारे पर हमारे प्रभारी, अध्यक्ष, सीएलपी नेता और INDIA गठबंधन की टीम बैठी है, इतमिनान के साथ सभी चीज़ें हो रही हैं। कहीं पर भी भेद नहीं है, INDIA गठबंधन मज़बूती के साथ काम कर रहा है। झारखंड की महान जनता दोबारा INDIA गठबंधन को हेमंत सोरेन की सरकार को मौका देगी। वहीं बताया जा रहा कि कल से रांची में रूके तेजस्वी यादव को प्रेस कांफ्रेंस में भी नहीं बुलाया गया। साथ ही पिछली बार की तरह इस बार भी उन्हें सात सीटें दिए जाने की बात हुई है जिससे राजद को अपत्ति है। राजद अपने लिए 22 सीटों की मांग कर रहा है। हेमंत सरकार की इस उपेक्षा से राजद के कार्यकताओं में निराश देखी जा रही है।