प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की पार्टी जनसुराज बड़े दमखम के साथ बिहार की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। प्राशांत किशोर ने तीन सीटों (बेलागंज, इमामगंज और तरारी) पर उम्मीदवार का ऐलान भी कर दिया है। लेकिन तरारी सीट पर प्रशांत किशोर से बड़ी गलती हो गई है। उन्होंने इस सीट पर जिसे उम्मीदवार बनाया है वह यहां से चुनाव लड़ ही नहीं सकते।
उन्होंने सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जेनरल ( पूर्व सेना प्रमुख ) एस.के. सिंह को तरारी विधान सभा से अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। लेकिन मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार एस.के. सिंह का बिहार के किसी जिले में वोटर लिस्ट में नाम नहीं है। उनका दिल्ली प्रदेश के वोटर लिस्ट में नाम है।
‘फिर पलटी मार सकते हैं नीतीश कुमार… पीएम मोदी भी नहीं ले सकते उनकी गारंटी !’
जानकारों के अनुसार इतने कम समय में दिल्ली के वोटर लिस्ट से नाम कटवाना और आरा जिले के तरारी विधान सभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट में नाम जोड़ना संभव नहीं है। जाहिर है वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की वजह एस.के.सिंह अपना नामांकन परचा ही दाखिल नहीं कर पायेगें। अगर एस.के. सिंह चुनाव नहीं लड़ पाते हैं तो ,जन सुराज के लिए ये बड़ा झटका होगा। हालांकि दूसरा उम्मीदवार चुनने में प्रशांत किशोर देर नहीं लगाएंगे, क्योंकि उनके पास हर विधान सभा के लिए चार से पांच संभावित उम्मीदवार हैं।
बिहार उपचुनाव : महागठबंधन में सीटों का बंटवारा… 3 सीट राजद, 1 माले, कांग्रेस बाहर
बता दें कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह भोजपुर जिले के करथ गांव के निवासी हैं। कड़क छवि के सेना के अधिकारी माने जाते हैं। उनके बारे में यह भी चर्चा की जाती है कि पिछले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाह रहा था लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इसे ठुकरा दिया था। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह का अपने जिले और गांव से काफी गहरा लगाव बताया जाता है।