मुजफ्फरपुर के चर्चित किडनी कांड की पीड़ित महिला सुनीता की सोमवार को मौत हो गई। SKMCH में इलाज के दौरान महिला की मौत हुई है। सुनीता लगभग 2 साल से भर्ती थी।
11 जुलाई 2022 को सकरा थाना क्षेत्र के बाजी राउत गांव की सुनीता देवी (35) के पेट में दर्द हुआ। इलाज के लिए उसे डॉक्टर पवन कुमार के क्लिनिक लाया गया। डॉक्टर ने उसे गर्भाशय निकलने के लिए ऑपरेशन की सलाह दी। बरियारपुर स्थित शुभकांत क्लिनिक में 3 सितंबर 2022 को सुनीता के गर्भाशय का ऑपरेशन किया गया था, जो झोलाछाप डॉक्टर पवन कुमार ने किया था। उन्होंने इस ऑपरेशन के लिए 30 हजार रुपए भी लिए थे। इस मामले में कोर्ट ने आरोपी डॉक्टर को 7 साल की सजा सुनाई गई है।
5 सितंबर को सुनीता की तबीयत खराब होने पर उसे श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल लाया गया। 7 सितंबर 2022 को जांच के बाद पता चला कि उसकी दोनों किडनी निकाल ली गई है। इसके बाद उसकी मां ने सकरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
सुनीता के परिजनों ने निजी नर्सिंग होम के संचालक पवन कुमार और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों पर किडनी निकालने का आरोप लगाया था। इस मामले में बरियारपुर थाने में शिकायत के बाद नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ ह्यूमन पार्ट्स ट्रांसप्लांट एक्ट और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।