नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के तथाकथित इनकम घोटाला की जदयू के प्रवक्ता प्रतिनिधि मंडल ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। सुबूत के तौर पर 700 पेज का दस्तावेज भी निर्वाचन आयोग को दिया है। शिकायत में लिखा गया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सैलरी घोटाला किया है। चुनावी हलफनामा में वास्तविक तथ्यों का खुलासा न करना अनुचित प्रभाव और भ्रष्ट आचरण के परिणाम के बराबर है। चुनाव आयोग की संवैधानिक संस्था इसका संज्ञान लेकर के इस संबंध में कार्रवाई करें।
‘बिहार और झारखंड की जनता ने तेजस्वी यादव को नकार दिया है…’
बता दें कि सोमवार को जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी के सैलरी घोटाले का खुलासा किया था। इस दौरान नीरज कुमार ने तेजस्वी पर विधायक और प्रतिपक्ष के नेता होने के बावजूद चुनावी हलफनामे में सैलरी की गलत जानकारी देने का आरोप लगाया था। एक विधायक और नेता प्रतिपक्ष होने के बाद चुनावी हलफनामे में अपनी सैलरी को लेकर गलत जानकारी देने को लेकर तेजस्वी यादव की परेशानी बढ़ सकती है। अगर निर्वाचन आयोग कार्रवाई करती है तो तेजस्वी को अपनी विधायक की कुर्सी भी गंवानी पड़ सकती है।
नीरज कुमार में बताया था कि तेजस्वी ने अपनी मासिक सैलरी 11812.5 रुपए बताया है। जबकि विधायक की मूल मासिक सैलरी 40 हजार के करीब होती है। इसके साथ ही तेजस्वी ने अपनी आय से ज्यादा लोन बांटने की जानकारी हलफनामे में दी थी। जिसको लेकर भी तेजस्वी से उनके आय के स्रोत की जानकारी मांगी गई थी।