रांची: बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया कि उन्होंने दुर्भाना की राजनीति के कारण केंद्र की समाज और जनउपयोगी योजनाओं को राज्य में लागू नहीं होने दिया। इसे लेकर बाबूलाल ने अपने ट्वीटर से पोसट का कहा कि साथियों, पिछले पाँच सालों में हेमंत सरकार ने लूट, झूठ और भ्रष्टाचार के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सबने देखा कि कि हेमंत जी के सहयोगी धीरज साहू और आलमगीर आलम के ठिकानों से कितने नोटों के पहाड़ बरामद हुए। आज महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, अप्रत्याशित बेरोजगारी और सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार झारखंड की वास्तविक स्थिति बयां कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने सत्ता में आते वक्त जनसेवा के बड़े बड़े वादे किए थे, लेकिन आत्ममुग्धता और धन-बल के लालच में उनका कार्यकाल झारखंड के राजनीतिक इतिहास में एक काला अध्याय बन गया। हेमंत सरकार के संरक्षण में दलाल-बिचौलियों और घुसपैठियों द्वारा आदिवासियों की जमीनों पर अवैध कब्जे हुए और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हुआ। नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि राज्य शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे विकसित करने के मामले में सबसे पिछड़ा राज्य बन चुका है। दुर्भावना की राजनीति से ग्रस्त हेमंत ने केंद्र की योजनाओं को राज्य में लागू नहीं होने दिया गया, जिससे जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित रही। साथियों, अब वक्त आ गया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाकर भ्रष्ट ताकतों को सत्ता से हटाएं और झारखंड को पुनः विकास की राह पर आगे ले जाएं। बाबूलाल मरांडी ने लोगों के बीच हेमंत सरकार के पिछले पांच सालों का व्योरा रखने की कोशिश की है। साथ ही केंद्र की योजनाओं का झारखंड में ठीक तरीके से संचालन न होने देने का आरोप भी लगाया है।