रांची: जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने न सिर्फ इरफान अंसारी बल्कि इस बार उन्होंने कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी पर भी कटाक्ष् किया। बता दें जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी ने बीजेपी की नेता और जामताड़ा की प्रत्याशी सीता सोरेन के लिए विवादित टिप्पणी की । इसके बाद से झारखंड में सियासी भूचाल आ गया। बीजेपी के नेता ओर अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। वहीं आाज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स से पोस्ट कर कहा कि भैंस के आगे बीन बजाये, भैंस खड़ी पगुराय क्या आपने किसी ऐसे व्यक्ति को देखा है जो समय के साथ बड़ा तो हुआ, लेकिन बुद्धि शैशवावस्था वाली ही रह गई हो, जी हां एकदम सही पढ़ा आपने। लेकिन मैं बात राहुल गांधी की नहीं, बल्कि उनकी मोहब्बत की दुकान से उपजे एक ऐसे विधायक की कर रहा हूं जिनका नाम इरफान अंसारी है।
ये वही विधायक हैं जिन्होंने अपनी वाणी से लगातार अपनी बुद्धि और योग्यता का परिचय दिया है, कभी धीरज साहू को अपना गार्जियन बताया तो कभी भ्रष्टाचार करने वालों को उचित ठहराया है, तो कभी माताओं बहनों को जाति सूचक गालियां दी तो कभी उनके चरित्र पर उंगली उठाया है। वैसे इसमें कोई शक भी नहीं है कि इंडी गठबंधन की मोहब्बत की दुकान का रास्ता भ्रष्टाचार से होकर गुजरता है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि भ्रष्टाचार में लिप्त रही कांग्रेस पार्टी और उनके विधायकों के लिए धीरज साहू गार्जियन हैं। खैर, जब घर का मुखिया ही चोर हो तो वो अपने परिवार को चोरी के अलावा क्या ही संस्कार देगा। गौरतलब, इस विषय पर कभी वाद विवाद नहीं हो सकता है क्योंकि यह सर्वविदित है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में हमेशा भ्रष्टाचार को ही चुना है, फिर पाला पोषा और बड़ा भी किया है। इंडी गठबंधन के पोषित इसी समाज से ही इरफान अंसारी जी आते हैं। अयोग्य, नकारे, अक्षम, तानाशाह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदा चरण वंदना करके इरफान अंसारी जी मंत्री तो बन गए, लेकिन बोली अभी तक पद के अनुरूप न तो बड़ी हुई और न ही योग्य।
तो क्या बोलने के नाम पर जो भी दिमाग कहता है अनाप शनाप उल्टी जैसे उगलते रहते हैं, कई लोगों ने नाक बंद करके ऐसी उल्टी का समय समय पर बोध भी कराया, लेकिन शैशवास्था वाली बुद्धि में कोई बात असर नहीं की। खुद को सम्मानित वक्ता समझने की भूल कर चुके माननीय विधायक जी ने एक बार फिर अपनी कटु वाणी से जहर उगला है, जहर भी ऐसा कि प्रदेश के सभी युवाओं और महिलाओं को असर कर रहा है। पिता के दम पर धोखे से राजनीति में आए इरफान अंसारी ने कहा कि जेएसएससी सीजीएल में पेपरलीक नहीं हुआ है, किसी की हिम्मत और औकात नहीं कि रिजल्ट को रोक कर दिखा दे। अब इन नासमझ को कोई कैसे बताए कि मामला कोर्ट में चला गया है, कोर्ट की हिम्मत और औकात पर शक करने वाले एक बार अपने राजनैतिक आकाओं से पूछ लें, शायद भ्रम दूर हो जाए। माननीय मंत्री जी ये लोकतंत्र है, यहां भ्रष्टाचार और पेपरलीक करने – करवाने वालों की कोई जगह नहीं है, बाकी आप गलतफहमी पालना चाहते हैं तो आराम से पालिए कि जनता आपको माफ करके फिर से सत्ता में वापिस लाएगी ताकि आप और नए तरीकों से जहर उगल सकें, भ्रष्टाचार फैला सकें तथा बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण दे सकें। बता दें सीता सोरेन को रिजेक्टेड माल कहकर इरफान बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। वहीं महिला मोर्चा भी इरफान के खिलाफ मोर्चा निकाल रही है।