जमशेदपुर: झारखंड सरकार में मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “हिमंत बिस्वा सरमा को मैं बहुत हल्के नेता के तौर पर मानता हूं। जिस तरह से ‘लिखो-फेंको’ कलम आती है जिससे एक बार लिखने के बाद उसे फेंकना पड़ता है। वही हाल उनका (हिमंत बिस्वा सरमा) है। उनकी बात में कोई दम नहीं है। उन्हें यहां(झारखंड) केवल नैरेटिव सेट करने के लिए लाया गया है। असम डूब रहा है लेकिन उन्हें असम की चिंता नहीं है बल्कि झारखंड की है क्योंकि झारखंड में हेमंत सोरेन और INDIA गठबंधन की इतनी मजबूत आंधी चल रही है जिससे वे भयभीत हो गए हैं। बाढ़ आने के बाद जैसे सांप और चूहा एक ही पेड़ पर बैठ जाते हैं, वैसे ही JDU और भाजपा एक ही पेड़ पर बैठ गए हैं। मजबूरी में इन लोगों ने बेमन से समझौता कर लिया है। मेरी लड़ाई वैचारिक है व्यक्तिगत नहीं है। बता दें बन्ना गुप्ता ने असम के सीएम सह झारखंड भाजपा चुनाव प्रभारी को डरा हुआ नेता करार दिया है। झारखंड में चुनाव की घोषणा हो चुकी है और 13 तथा 20 नवंबर को वोटिंग होगी वही नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी।