रांची: भाजपा से नाराज चल रहे मुनचुन राय को मनाने में अंतत: भाजपा सफल हुई। भाजपा से बगावत कर रांची विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने को लेकर नामांकन करने वाले मुनचुन राय और संदीप वर्मा ने अपना नाम वापस ले लिया है। मुनचुन राय के पीछे हटने से भाजपा के लिए यह राहत भरी खबर हो सकती है। बता दें मुनचुन राय के चुनाव मैदान से हटना बीजेपी के लिए बेहद आवश्यक था क्योंकि मुनचुन राय यदि चुनाव मैदान में रहते तो भाजपा के गढ़ चुटिया में परेशानी पैदा करते। जमीनी नेता के रूप में मुनचुन राय के समर्थकों की अच्छी खासी संख्या है, उनके रहते बीजेपी के वोट कट सकते थे।
वहीं सूत्रों के मुताबिक मुनचुन राय को मनाने की कोशिश बीजेपी नेताओं के द्वारा पिछले कई दिनों से हो रही थी। बताया जा रहा कि मुनचुन राय की नाराजगी दूर करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री और झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, सांसद व रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और भाजपा प्रत्याशी सीपी सिंह खुद उनके घर गए। उनसे खुलकर बात की और उनकी नाराजगी दूर करने में सफलता मिली। वहीं अपनी अनदेखी से नाराज मुनचुन को पार्टी में मान सम्मान दिए जाने का भरोसा मुनचुन राय को दिया गया है। वहीं भाजपा के खिलाफ बगावत करने वाले संदीप वर्मा भी मान गए। संदीप वर्मा को मनाने असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व सरमा और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश उनके घर गए थे। कांके से नामांकन करने वाले कमलेश राम भी चुनाव मैदान से हट गए हैं। इस तरह भाजपा ने रांची और कांके में बागी नेताओं को मना लिया है।