रांची: दीपावली के दूसरे दिन राजनीति की गलियों में बयानो के पटाखे जबरदस्त फुट रहे। सीएम की उम्र में सामने आई गडबड़ी को लेकर बीजेपी नेताओं ने सीएम पर तरह तरह की टिप्पणी करने का दौर शुरू कर दिया है। वहीं जेएमएम के नेताओं ने भी अपने मुखिया के सर्मथन में आगे आकर तमाम सवालों का जवाब देना शुरू कर दिय है। बता दें हलफनामे में उम्र को लेकर उठे विवाद पर असम के सीएम और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, अगर आप झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का हलफनामा देखें, तो उनकी उम्र दो साल बढ़ा दी गई है। जेएमएम जनता को धोखा देने वाली पार्टी है। उन्होंने जनता से झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं किया है। जेएमएम का पूरा सिस्टम फर्जी है।
हलफनामे में उनकी संपत्ति का ब्योरा देखें उनकी उम्र भी बढ़ी हुई है। यह घुसपैठियों की सरकार है। अगर राज्य सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा। इन्हें सत्ता से हटाना झारखंड की जनता की जिम्मेदारी है। आदिवासी समुदाय के लोगों के बारे में अपमानजनक बयान देने वाले इरफान अंसारी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं इस मामले में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि ‘बीजेपी उम्मीदवार ने अपने नामांकन में जो गलती की, उसका नामांकन रद्द होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। क्यों रद्द नहीं हुआ, यह समझने की जरूरत है और जहां तक हमारे मुख्यमंत्री का सवाल है, यह पूरी तरह से बकवास है, इसमें जरा सी भी सच्चाई नहीं है। इधर हेमंत के उम्र को लेकर हुई गड़बड़ी के मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “वे (भाजपा) मुद्दे को भटकाने के लिए नई-नई बातें कहेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि हम जीतेंगे और फिर से अपनी सरकार बनाएंगे।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, यहां माहौल बहुत अच्छा है। मैं झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए यहां आया हूं। हम चुनाव लड़ेंगे और फिर से अपनी सरकार बनाएंगे। यहां जेएमएम-कांग्रेस अच्छा काम कर रही है। इस बार नतीजे बेहतर होंगे। बता दें, सीएम व बरहेट के प्रत्याशी हेमंत सोरेन की आयु को लेकर बवाल हो गया है। दरअसल, 2019 के शपथ पत्र में हेमंत ने अपनी आयु 42 साल होने का दावा किया था। वहीं 2024 के शपथ पत्र में सीएम ने अपनी आयु 49 साल बताई है। अब सवाल ये है कि पांच सील में सात साल बड़ी आयु का लिखा जाना बड़ा सवाल है।
वहीं इसे लेकर विपक्ष ने हेमंत पर हमला शुरू कर दिया है। भाजपा ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया है कि साल 2019 विधानसभा चुनाव में जो शपथनामा हेमंत सोरेन ने दिया है, उसमें उनकी उम्र 42 वर्ष थी, जबकि 2024 विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने जो शपथनामा दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपनी उम्र 49 वर्ष बतायी है।अब यह तो हेमंत सोरेन ही बता सकते हैं कि 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में उन्होंने जो उम्र दाखिल की है, वह सही है। अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत शपथनामा पर जीता था। और अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है? इसके साथ ही भाजपा ने हेमंत सोरेन की संपत्ति को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। भाजपा का आरोप है कि साल 2019 में हुए चुनावों में सोरेन ने एफिडेविट में अपनी संपत्ति 10 लाख बताई थी और अब 4 लाख बता रहे हैं। इन आरोपों के साथ ही भाजपा ने मांग की है कि हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द कर दिया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। भाजपा ने हेमंत पर तंज कसते हुए कहा गया कि हेमंत सोरेन की उम्र 5 साल में 7 साल बढ़ गई है, इस दुर्लभ और अभूतपूर्व उपलब्धि पर क्या कहेंगे आप?